मुंबई, 13 अक्टूबर 2024, रविवार। एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो से तीन हमलावरों ने उन्हें बेटे जीशान सिद्दीकी के बांद्रा ईस्ट इलाके में स्थित ऑफिस के बाहर गोली मारी। उन्हें दो से तीन गोलियां लगीं। जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में दो शूटरों को हिरासत में लिया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 1 आरोपी हरियाणा का और 1 आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। हालांकि,1 व्यक्ति अभी संदिग्ध है। बताया जाता है कि हत्या के लिए दूसरे राज्यों के शूटर को सुपारी दी गई गई थी। हालांकि, अभी हत्या के कारणों का पता नहीं चला है। साथ ही आरोपियों को लेकर भी अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि फायरिंग में 9 MM पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
खास बात यह है कि बाबा सिद्दीकी ने 15 दिन पहले ही अपनी जान को खतरा बताया था। इसके लिए उन्होंने डिप्टी सीएम अजित पवार से बात की थी। इसके बाद उन्हें केंद्र सरकार की ओर से वाई कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। इसके बावजूद उनकी हत्या कई सवाल पैदा कर रही है। बाबा सिद्दीकी की मौत मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया है।
पुलिस इस मामले में लॉरेंस की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस इस एंगल से जांच कर रही है कि बाबा सिद्दीकी सलमान खान के खास दोस्त माने जाते हैं। जबकि सलमान खान को लॉरेंस अपना दुश्मन मानता है। कहा जा रहा है कि लॉरेंस से धमकी मिलने के बाद भी बाबा सिद्दीकी ने सलमान खान की मदद की थी। हो सकता है कि इसका बदला लेने के लिए ही लॉरेंस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या करवाई हो। फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। उनकी मौत की खबर मिलने के बाद सलमान खान और संजय दत्त समेत कई जाने-माने नाम लीलावती अस्पताल पहुंचे।
बता दें कि बाबा सिद्दीकी राजनीति में ही नहीं, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में भी जाना पहचाना नाम थे। वह सलमान खान और शाहरुख खान समेत कई सेलिब्रिटीज के खास दोस्त थे। उनकी इफ्तार पार्टी की भी चर्चा होती थी। कहा जाता है कि सलमान खान और शाहरुख खान के बीच दूरियां इसी पार्टी में मिटी थीं। बाबा सिद्दीकी 1977 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह लंबे समय तक पार्टी से जुड़े रहे। वह तीन बार विधायक और एक बार मंत्री रहे। इसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने एनसीपी अजित पवार गुट का दामन थाम लिया।
बाबा सिद्दीकी की हत्या की घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और मैंने डॉक्टरों और पुलिस से बात की है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, आरोपी यूपी और हरियाणा के हैं। तीसरा आरोपी फरार है। हमने मुंबई पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुझे यकीन है कि मुंबई पुलिस जल्द ही तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लेगी। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें, बिहार के गोपालगंज के रहने वाले सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए और 2004 और 2008 के बीच खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।