15th Oct 2024/Tuesday.एनसीपी नेता व पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बहराइच के गंडारा गांव में डेरा डाल दिया है। टीम इस मामले में गिरफ्तार धर्मपाल कश्यप और फरार शिवानंद उर्फ शिव कुमार गौतम के इर्द-गिर्द रहने वालों का लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से लिंक तलाशने में जुटी हुई है।
युवक हरीश को हिरासत में लेकर पूछताछ करती रही।
क्राइम ब्रांच ने सोमवार को दूसरे दिन भी मध्य प्रदेश के उज्जैन व ओंकारेश्वर में सर्च अभियान चलाया। मुंबई पुलिस सोमवार को गंडारा गांव के युवक हरीश को हिरासत में लेकर पूछताछ करती रही। सूत्रों के अनुसार, उससे पुलिस को कुछ सुबूत मिले हैं। पुलिस आरोपितों के परिवार व मित्रों के मोबाइल नंबरों के रिकॉर्ड भी खंगाल रही है।
शिवकुमार हरीश के पास काम की तलाश में गया था
बताया जा रहा कि हरीश का पुणे में कबाड़ खरीदने का कारोबार था। 19 वर्षीय शिवकुमार हरीश के पास काम की तलाश में गया था, लेकिन वह कब और कैसे मुंबई पहुंच गया और किसके जरिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया, इसका जवाब सुरक्षा एजेंसियां तलाशने में जुटी हुई हैं।
शूटरों को 50 हजार रुपये की रकम दी गई।
पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्या की पूरी साजिश पुणे में रची गई। यहां शूटरों को 50 हजार रुपये की रकम दी गई। इसके अलावा बाबा सिद्दीकी की फोटो और प्लेक्स बैनर भी दिया गया। ताकि शूटर अपने टारगेट को आसानी से पहचान सके। इसके बाद आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी की रेकी की और 12 अक्टूबर को वारदात को अंजाम दिया।