आजमगढ़, 20 जून 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आजमगढ़ के सलारपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि आजमगढ़ अब आतंक का नहीं, बल्कि अदम्य साहस का गढ़ बन चुका है। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने उनका स्वागत किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि अगर 1857 की आजादी की लड़ाई के दौरान वीर कुंवर सिंह के समय पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होता, तो शायद उसी वक्त आजमगढ़ के साथ पूरा देश आजाद हो गया होता। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले जाति के नाम पर राजनीति करने वाले पूर्वांचल में केवल वोट मांगने आते थे, लेकिन अब डबल इंजन की सरकार विकास की गंगा बहा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से सोनभद्र तक विकास को गति दे रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, “काशी, विंध्याचल, चित्रकूट, अयोध्या के बाद अब हम मथुरा और वृंदावन की ओर भी बढ़ रहे हैं। हम विरासत के साथ-साथ विकास पर भी ध्यान दे रहे हैं।” सुरक्षा का जिक्र करते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाने की कोशिश करेंगे, उनका “टिकट पहले से रिजर्व” है। उन्होंने पूर्व की सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि पहले विकास के नाम पर “डी कंपनी” को पाला जाता था, लेकिन उनकी सरकार ने ऐसे तत्वों को “जहन्नुम का टिकट” दे दिया।
91.35 किमी लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, जो पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ा है, 91.35 किलोमीटर लंबा है। यह गोरखपुर के एनएच-27 पर जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर तक जाता है। यह चार जिलों—गोरखपुर, संतकबीरनगर, आंबेडकरनगर और आजमगढ़—से होकर गुजरता है। भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। इस परियोजना की कुल लागत 7,283.28 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि अधिग्रहण का खर्च भी शामिल है। एक्सप्रेसवे का निर्माण दो हिस्सों में किया गया है: जैतपुर से आंबेडकरनगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) और फुलवरिया से सलारपुर तक (43.035 “+ “035 किमी)। यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के विकास को नई गति देगा और क्षेत्र में कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। सीएम ने इस परियोजना को डबल इंजन सरकार की विकास नीति का प्रतीक बताया।