वाराणसी, 22 नवंबर 2024, शुक्रवार। बनारस के आयुर्वेद कॉलेज में मरीजों को जांच के लिए निजी पैथालॉजी पर भेजने का मामला सामने आया है। यहां के डॉक्टर मरीजों को जांच करवाने के लिए 7 किलोमीटर दूर लंका भेज रहे हैं। शहर के चौकाघाट स्थित आयुर्वेद कॉलेज की ओपीडी में आने वाले मरीजों को डॉक्टर जांच करवाने के लिए निजी पैथालॉजी पर भेज रहे हैं।
यहां के डॉक्टर मरीजों को जांच करवाने के लिए निजी पैथालॉजी पर भेजने के लिए खुद ही मरीजों का नाम लिखते हैं और अपना हस्ताक्षर भी करते हैं। आयुर्वेद कॉलेज में स्त्री रोग विभाग, नेत्र रोग, मधुमेह, बाल रोग सहित अन्य बीमारियों से जुड़े वाराणसी के साथ ही आसपास के जिलों से हर दिन करीब 500 से अधिक मरीज आते हैं।
आयुर्वेद कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल में जांच की सुविधा नहीं है, इसलिए मरीजों को निजी पैथालॉजी पर भेजा जा रहा है। लेकिन यहां के डॉक्टरों की इस हरकत की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को जांच के लिए निजी पैथालॉजी पर भेजने के लिए डॉक्टरों को अपना हस्ताक्षर करना पड़ रहा है, जो कि एक गंभीर मामला है।
आयुर्वेद कॉलेज में मशीन है, लेकिन जांच नहीं होती!
वाराणसी के आयुर्वेद कॉलेज में एक अजीबोगरीब मामला तब सामने आया, जब यहां के स्त्री रोग विभाग में एक महिला को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए कहा गया, लेकिन जब वह जांच करवाने गई तो पता चला कि आयुर्वेद कॉलेज में जांच की मशीन तो है, लेकिन जांच नहीं हो रही है। महिला को बताया गया कि वह बाहर के दिए फॉर्म पर ही जांच करवा सकती है। यह मामला आयुर्वेद कॉलेज की लापरवाही को दर्शाता है। यहां के डॉक्टर मरीजों को जांच के लिए बाहर भेज रहे हैं, जबकि आयुर्वेद कॉलेज में जांच की मशीन मौजूद है।
आयुष मंत्री ने पकड़ी थी निजी जांच केंद्रों की पर्ची
वाराणसी के आयुर्वेद कॉलेज में मरीजों को बाहर की जांच लिखने का मामला सामने आया है। यह पहला मामला नहीं है, बल्कि इसी साल अप्रैल में आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने एक मरीज की शिकायत के बाद स्त्री रोग, बाल रोग सहित अन्य विभागों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान डॉक्टरों के काउंटर से निजी जांच केंद्रों की पर्ची पकड़ी गई थी। इसमें बाहर की दवा लिखी पर्ची भी आयुष मंत्री को मिली थी। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ऐसा न करने की चेतावनी दी थी।
आयुर्वेद कॉलेज में मरीजों को बाहर की जांच लिखने का मामला: प्राचार्य ने कहा, जांच होगी
वाराणसी के आयुर्वेद कॉलेज में मरीजों को बाहर की जांच लिखने का मामला सामने आने पर, इस मामले में आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य प्रो. शशि सिंह ने कहा है कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीनें हैं, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट के न होने की वजह से जांच नहीं हो पाती है। उन्होंने कहा कि ओपीडी से निजी जांच केंद्र की लिखी पर्ची मरीजों को देने का मामला गंभीर है। इसकी जांच करवाने के साथ ही अस्पताल के सभी डॉक्टरों को नोटिस जारी किया जाएगा।