अयोध्या। राम मंदिर परिसर में जारी निर्माण कार्यों को लेकर जल्द ही महत्वपूर्ण प्रगति होने वाली है। राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी है कि मंदिर परिसर में चल रहे विद्युत सब स्टेशन, फायर स्टेशन, एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट), और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट जैसे निर्माण कार्यों को अब किस्तों में ट्रस्ट को हैंडओवर किया जाएगा। मिश्रा ने बताया कि इन सुविधाओं के संचालन और मेंटेनेंस की ज़िम्मेदारी अब ट्रस्ट को ही संभालनी होगी।
मिश्रा ने बताया कि यदि निर्माण कार्यों में कोई अप्रत्याशित बाधा नहीं आती है, तो जुलाई 2025 तक मंदिर निर्माण पूर्ण हो जाएगा और तब तक 90% निर्माण एजेंसियां अपने कार्य को समाप्त कर वापस लौट जाएंगी।
इसके अलावा, मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। इसकी ऊंचाई 161 फीट होगी, जो तकनीकी रूप से एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस निर्माण कार्य में लार्सन एंड टुबेरो, टाटा कंसलटेंसी और सीबीआरआई जैसी प्रमुख एजेंसियां विभिन्न लेयरों पर काम कर रही हैं, ताकि मंदिर का निर्माण सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा सके। मिश्रा ने यह भी कहा कि निर्माण समिति और एजेंसियां मंदिर के निर्माण कार्य को समयसीमा के अनुसार पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि निर्माण कार्य सुचारू रूप से पूरा हो सके।