ऑस्ट्रेलिया ने चीन को व्यापारिक भागीदार के साथ अपने व भारत के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा बताया। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनियाभर में असाधारण चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने का फैसला किया। इसमें रक्षा सहयोग केंद्र में होगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सोमवार को दूसरी टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता में दोनों देशों ने सूचना आदान-प्रदान और समुद्री क्षेत्र में जागरूकता में सहयोग को और बढ़ाने के महत्व को भी रेखांकित किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंत्रिस्तरीय वार्ता के हिस्से के रूप में यहां हैदराबाद हाउस में ऑस्ट्रेलियाई उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस और विदेश मंत्री पेनी वोंग से मुलाकात की।