नई दिल्ली, 1 नवंबर 2024, शुक्रवार। दिवाली की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति! जी हाँ, दिवाली की तारीख को लेकर इस बार देशभर में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को दिवाली मनाए जाने का विधान है, लेकिन इस बार यह तिथि 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों दिनों पर पड़ रही थी। इसके कारण कुछ लोग 31 अक्टूबर को दिवाली मना चुके हैं, जबकि कुछ राज्यों में दिवाली 1 नवंबर को मनाई जाएगी। यह असमंजस इसलिए भी है क्योंकि पंचांगों में तिथियों की गणना के तरीके में थोड़ा अंतर होता है, जिससे तिथियों में थोड़ा अंतर आ जाता है। लेकिन दिवाली की भावना तो एक ही है – प्रकाश, ज्ञान और खुशी का पर्व! चाहे आप 31 अक्टूबर को मनाएं या 1 नवंबर को।
दिल्ली, मुंबई, राजस्थान और उत्तराखंड में दिवाली आज 1 नवंबर को मनाई जा रही है, जबकि कुछ हिस्सों में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई जा चुकी है। यह असमंजस इसलिए भी है क्योंकि देश के बड़े मंदिरों में दिवाली 1 नवंबर को मनाई जाएगी, जिससे लोग भ्रमित हैं। कुछ लोगों का मानना है कि छुट्टी 31 अक्टूबर को है, इसलिए पर्व भी उसी दिन मनाया जाएगा, जबकि अन्य लोग 1 नवंबर को दिवाली मनाने के लिए तैयार हैं। जिन राज्यों में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जा चुकी है, उन्हें अब गोवर्धन पूजा का इंतजार है। हालांकि, यह असमंजस जल्द ही समाप्त होगा जब दोनों तारीखों पर दिवाली और गोवर्धन पूजा की धूमधाम समाप्त होगी।
दिवाली की तारीख को लेकर ज्योतिषियों की राय!
जी हाँ, उत्तराखंड राज्य में दिवाली 1 नवंबर दिन शुक्रवार यानी आज मनाई जा रही है, जबकि सरकारी कर्मचारियों की औपचारिक छुट्टी 31 अक्टूबर को थी। मुंबई में भी दिवाली को लेकर 2 अलग-अलग मत बने हैं, जिससे कुछ इलाकों में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई जा चुकी है और कुछ इलाकों में आज 1 नवंबर को मनाई जा रही है। धर्म ग्रंथों के मुताबिक, दो दिन प्रदोष काल में अमावस्या की व्याप्ति कम या अधिक होने पर दूसरे दिन अमावस्या के दिन लक्ष्मी पूजन करना शास्त्र सम्मत माना गया है। अमावस्या और प्रतिपदा युक्त अमावस्या होने पर इसी दिन लक्ष्मी पूजन करना उचित माना जाता है। इन राज्यों में 1 नवंबर को ही लक्ष्मी पूजन किया जाएगा, क्योंकि यहां के लोग उदयातिथि के अनुसार दिवाली की पूजा करेंगे। यह उदयातिथि के अनुसार पूजा करने की परंपरा है, जो इन राज्यों में प्रचलित है।