लखनऊ, 20 दिसंबर 2024, शुक्रवार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री अयोध्या धाम के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित भव्य अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंच नारायण महायज्ञ में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आहुतियां अर्पित कीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और शांति का प्रसार होता है। उन्होंने ऐतिहासिक मंदिरों पर आक्रमण की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग इन पवित्र स्थलों को नष्ट करने का काम करते थे, उनका कुल और वंश नष्ट हो गया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं, जो उनके कुकृत्यों का परिणाम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि विश्व शांति की स्थापना केवल सनातन धर्म के माध्यम से हो सकती है। यह शाश्वत धर्म है, जो सृष्टि के आरंभ से ही चला आ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान: विरासत और विकास के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विरासत और विकास के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए। उन्होंने अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को पुनः स्थापित करने का कार्य किया है। रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या धाम का विकास इसका जीवंत उदाहरण है।
सीएम योगी का बड़ा बयान: सनातन धर्म का सम्मान करना होगा, अगर विश्व मानवता को बचाना है!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जिन गलतियों की वजह से भारत को गुलामी की बेड़ियां झेलनी पड़ीं और हमारे धर्म स्थलों का अपमान हुआ, उन्हें दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए। उन्होंने भारतवासियों से सनातन धर्म की रक्षा और संरक्षण के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। सीएम योगी ने कहा कि अगर विश्व मानवता को बचाना है तो सनातन धर्म का सम्मान करना होगा। यह धर्म सभी के कल्याण की बात करता है। उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् का संदर्भ देते हुए कहा कि यह केवल सनातन धर्म है, जिसने हर जाति और मजहब के लोगों को विपत्ति के समय शरण दी है।
सीएम योगी का बड़ा बयान: भारत तब तक भारत है जब तक सनातन धर्म सुरक्षित है!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत तब तक भारत है जब तक यहां सनातन धर्म सुरक्षित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि युगों-युगों से सनातन धर्म ने सृष्टि के साथ तालमेल बनाकर खुद को जीवंत बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इसे किसी भी प्रकार की विकृतियों या विसंगतियों से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सनातन धर्म एक शाश्वत धर्म है, जो सृष्टि के साथ चला हुआ धर्म है। उन्होंने कहा कि हमें अपने ऋषि मुनि संतों के माध्यम से समय-समय परमहापुरुषों के द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करते हुए विसंगतियों का परिमार्जन करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें आपसी फूट, बंटवारे और विभाजन की गलतियों को पूरे देश और पूरे धर्म को नहीं भुगतने देना होगा। उन्होंने कहा कि हमें इस संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा।
सीएम योगी का बड़ा बयान: जिन्होंने मंदिरों को तोड़ा, उनका आज कोई अस्तित्व नहीं है!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदू मंदिरों और स्थलों के विनाश का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इन स्थलों को नष्ट करने का काम किया, उनका आज कोई अस्तित्व नहीं है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि, संभल में कल्की अवतार की हरिहर भूमि, और भोज में ज्ञान के अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के पावन मंदिर जैसे पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों का आज कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उनके पापों का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में कोई भी ऐसी स्थितियां उत्पन्न न हो, जिनसे हमारे धर्म स्थलों को अपमानित होना पड़े।
सीएम योगी ने पंचनारायण महायज्ञ के आयोजकों का किया अभिनंदन
मुख्यमंत्री ने पंचनारायण महायज्ञ के आयोजन के लिए जगद्गुरु रामानुजाचार्य पूज्य स्वामी शंकराचार्य महाराज और उनकी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस यज्ञ का पुण्य पूरे भारतवासियों को प्राप्त होगा। इस महायज्ञ में कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, जेपीएस राठौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, धर्म-अध्यात्म से जुड़े कई प्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।