नई दिल्ली, 16 दिसंबर 2024, सोमवार। बेंगलुरु में एआई इंजीनियर ने पत्नी, ससुरालवालों और उत्तर प्रदेश में चलते केस में न्यायिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर खुदकुशी कर ली। बंगलूरू के इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड की घटना की चर्चा पूरे देश में है। तो वहीं, बेंगलुरु पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की जब उन्होंने अतुल सुभाष सुसाइड केस में आरोपी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने गोपनीयता को बरकरार रखते हुए फिल्मी स्टाइल में तीनों की गिरफ्तारी की। निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसकी मां और भाई प्रयागराज के झूंसी स्थित होटल में छिपे हुए थे। पुलिस ने होटल के रिसेप्शन से गेस्ट लिस्ट की फोटो खींच ली और आरोपियों के कमरे का पता लगाया।
पुलिस ने आरोपियों पर पैनी नजर बनाए रखी और रात भर सोए नहीं। सुबह आठ बजे के करीब, पुलिस ने आरोपियों के कमरे के पास पहुंचे और दरवाजा खटखटाया। आरोपी अनुराग ने काफी देर बाद दरवाजा खोला और पुलिस ने उन्हें और उनकी मां को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस सफलता की कहानी एक फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तारी की याद दिलाती है। पुलिस की सूझबूझ और गोपनीयता ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सुसाइड नोट का खुलासा: अतुल सुभाष केस में तीनों आरोपी गिरफ्तार!
अतुल सुभाष सुसाइड केस में एक नए मोड़ ने पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी में सफलता दिलाई। निकिता की मां और भाई के झूंसी स्थित होटल में रहने की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से भी हुई थी। इसमें बुधवार रात ही दोनों होटल में घुसते नजर आए। पुलिस ने बताया कि दोनों ने वही कपड़े पहन रखे थे जो बुधवार रात घर में ताला लगाकर फरार होते वक्त उन्होंने पहने हुए थे। यह बात भी सामने आई है कि चार दिनों तक होटल में रहने के दौरान मां एक बार भी होटल से बाहर नहीं निकली। बेटा निकला लेकिन वह भी चेहरे पर मास्क लगाकर ही निकला।
निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया अभी भी फरार
अतुल सुभाष केस के तीनों आरोपियों को फिलहाल 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया अभी फरार हैं। उनकी तलाश जारी है। 9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने 24 पन्नो का सुसाइड नोट छोड़ अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। पत्नी निकिता, सास, साला और चाचा ससुर के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया। फिर अतुल के भाई विकास की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। इसी सिलसिले में निकिता, निशा और अनुराग की गिरफ्तारी हुई है।
अतुल सुभाष की खुदकुशी: एक दर्दनाक सच्चाई और समाज के लिए एक सबक
अतुल सुभाष की खुदकुशी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह एक दुखद घटना है जिसने हमें सोचने पर मजबूर किया है कि क्या हम अपने आसपास के लोगों की पीड़ा को समझ पा रहे हैं? अतुल सुभाष के दर्द में समंदर जितनी गहराई है। उनकी पत्नी ने उन्हें प्रताड़ित किया और उन्हें इसकी सजा भी मिलनी चाहिए। लेकिन अतुल की खुदकुशी के बाद जिस तरह महिलाओं के खिलाफ पुरुषवादी मानसिकता वाली सोच सामने आई है, उसे कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता।
यह समय हमें सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम अपने समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता की कमी को दूर कर सकते हैं? क्या हम अपने आसपास के लोगों की पीड़ा को समझने और उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं?