वाराणसी, 21 नवंबर 2024, गुरुवार। शास्त्रार्थ महाविद्यालय में दस दिवसीय ज्योतिष ज्ञान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें ज्योतिषाचार्य डॉ.आमोद दत्त शास्त्री ने पंचांग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पंचांग का बोध ज्योतिषशास्त्र की कुंजी है और इसके बिना मांगलिक व शुभारंभ कार्य गलत माना जाता है।
शिविर में 65 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और ज्योतिष शास्त्र के विद्वान डॉ.संजय उपाध्याय ने पंचांग के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस शिविर में विद्यार्थियों को पंचांग के बारे में सिखाया जाएगा जिससे वे सब कभी भी कहीं भी इसके उपयोग के द्वारा काल, तिथि, ग्रहण सहित अन्य ज्योतिषीय गणना क्षण भर में आसानी से कर सकेंगे।
राष्ट्रपति पुरस्कृत डॉ.गणेश दत्त शास्त्री ने कहा कि ज्योतिषशास्त्र का काफी महत्व है और इसके बिना धार्मिक जीवन अधूरा है। प्राचार्य व कार्यक्रम संयोजक डॉ.पवन कुमार शुक्ल ने बताया कि शिविर में प्रतिभागियों की संख्या बढ़ने पर इस कार्यशाला का समय भी आगे के दिनों तक बढ़ा दिया जाएगा।
इस अवसर पर विशिष्ट विद्वानों में डॉ.विनोद राव पाठक, डॉ.उमाशंकर त्रिपाठी व डॉ. शेषनारायण मिश्र ने भी ज्योतिष सम्बन्धी अपने-अपने विचारों को रखा।