“जब तक क्रिकेट खेलूंगा, RCB का सिपाही रहूंगा!” – कोहली का दिलकश वादा

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नई दिल्ली, 4 जून 2025, बुधवार: मोटेरा की पिच पर जैसे ही जोश हेजलवुड ने 20वें ओवर की दूसरी गेंद फेंकी, विराट कोहली की आंखों में चमक थी, और दिल में एक तूफान। पिच को चूमते हुए कोहली का वो पल, मानो समय ठहर गया हो। प्रशंसकों की आंखें भी नम थीं, और स्टेडियम में गूंज रही थी सिर्फ एक आवाज – RCB! RCB! 18 साल बाद, आखिरकार वो सुनहरा पल आ ही गया, जब IPL का ताज कोहली और उनकी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के सिर सजा। इस जीत ने कोहली को नहीं, बल्कि उनके जुनून को और बुलंद कर दिया।

जीत के बाद कोहली का दिल खुल गया। उन्होंने कहा, “ये टीम सिर्फ मेरी नहीं, लाखों फैंस की सांसों में बसती है। 18 साल… मेरी जवानी, मेरा जोश, मेरा अनुभव – सब कुछ मैंने RCB को समर्पित किया। हर सीजन, हर गेंद, हर रन के लिए मैंने अपना सब कुछ झोंक दिया।” उनकी आवाज में गर्व था, और आंखों में एक सपने का सच होना।

फाइनल के बाद, जब कोहली ने अपनी जीवनसंगिनी अनुष्का को गले लगाया, तो वो पल सिर्फ उनका नहीं, बल्कि हर उस फैन का था, जो सालों से इस जीत का इंतजार कर रहा था। “आखिरी गेंद तक मैं खुद को रोक नहीं पाया। भावनाएं उमड़ रही थीं। ये खिताब, ये पल, ये अहसास – अविश्वसनीय है! मैंने अपनी सारी ऊर्जा, अपना सारा जुनून इस पल के लिए झोंक दिया था,” कोहली ने कहा, और उनकी बातें सुनकर हर दिल में एक गूंज उठी।

सीमा रेखा के पास खड़े थे उनके जिगरी यार, एबी डिविलियर्स। कोहली की आवाज में गर्मजोशी थी जब उन्होंने कहा, “एबीडी ने RCB के लिए जो किया, वो किसी जादू से कम नहीं। मैंने उससे कहा, ‘ये जीत उतनी ही तेरी है, जितनी हमारी।’ चार साल पहले रिटायर होने के बाद भी वो हमारा सुपरस्टार है। प्लेयर ऑफ द मैच का तमगा बार-बार उसी के नाम रहा। वो हमारे साथ जश्न का हकदार है, वो पोडियम का असली हीरो है!”

जब कमेंटेटर मैथ्यू हेडन ने पूछा कि वनडे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप, और चैंपियंस ट्रॉफी के बाद इस IPL खिताब का क्या मोल है, तो कोहली ने दिल से जवाब दिया, “ये खिताब मेरे लिए सबसे ऊपर है। 18 साल से मैंने RCB को अपना सब कुछ दिया। ये टीम मेरे खून में है, मेरी आत्मा में है। बेंगलुरु मेरा दिल है, और जब तक मैं IPL खेलूंगा, सिर्फ और सिर्फ RCB के लिए खेलूंगा!”

उनके शब्दों में थी एक सिपाही की वफादारी, एक कप्तान का जुनून, और एक फैन का प्यार। कोहली ने न सिर्फ खिताब जीता, बल्कि हर RCB फैन का दिल भी जीत लिया। ये जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि 18 साल की मेहनत, लगन और बेंगलुरु के लिए उनके अटूट प्यार की कहानी है!

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