नई दिल्ली, 1 दिसंबर 2024, रविवार। बांग्लादेश में हिन्दू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद इस्कॉन ने एक बयान जारी करके स्पष्ट किया है कि वह चिन्मय कृष्ण दास के साथ खड़ा है। इस्कॉन ने कहा है कि उन्होंने किसी भी तरह से चिन्मय कृष्ण दास से खुद को अलग नहीं किया है। उन्होंने साथ ही बांग्लादेश में प्रताड़ना के खिलाफ लड़ रहे सभी हिन्दुओं का समर्थन किया है।
इस्कॉन ने कहा, “हम बाकी सभी सनातनी संगठनों के साथ मिलकर हिंदुओं की सुरक्षा तथा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ शांतिपूर्ण माहौल फिर से स्थापित करने का समर्थन करते हैं।”
चिन्मय कृष्ण दास को कथित देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें मंगलवार को भी जमानत नहीं दी गई थी। उनकी रिहाई के लिए हिन्दुओं ने प्रदर्शन किया तो उन पर भी पुलिस ने हमला किया और इस्लामी कट्टरपंथियों ने भी उन्हें निशाना बनाया।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद युनुस सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। बांग्लादेश के कानून के जानकार कह रहे हैं कि चिन्मय कृष्ण दास के मामले में सही प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ है।