कोरोना महामारी और सीमा पर चल रही गतिविधियों के बारे में सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं और अधिकतर जवान स्वस्थ होकर कार्यक्षेत्र में लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल के मध्य में सैन्य अस्पतालों में लगभग 1,800 ऑक्सीजन बेड थे। यह संख्या अब बढ़कर करीब चार हजार हो गई है। हमने ऑक्सीजन संयंत्रों की संख्या दोगुनी कर 42 कर दी है। उन्होंने कहा कि जहां तक बल संरक्षण का संबंध है, वे सभी निर्देश जो हमने पिछले वर्ष पारित किए थे, उन्हें इस वर्ष भी फिर से लागू कर दिया गया है।
सीमा पर स्थिति सामान्य: नरवणे
सेना प्रमुख ने कहा कि अधिकतर जवान इस विशेष अवधि के दौरान अपने प्रशिक्षण क्षेत्रों में लौट गए हैं। इसी तरह चीन के जवान भी अपने प्रशिक्षण क्षेत्र में आ गया है। ऐसे किसी भी क्षेत्र में कोई हलचल नहीं हुई है, जहां से हम अलग हुए हैं। पैंगोंग त्सो डिसएंगेजमेंट को चीन और भारत दोनों सम्मान कर कर रहे हैं।
सेना प्रमुख ने 29 अप्रैल को किया था पूर्वी लद्दाख का दौरा
बता दें कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने 29 अप्रैल को सियाचिन और पूर्वी लद्दाख का दौरा किया था और इन इलाकों में सुरक्षा स्थितियों का जायजा लिया था उनके साथ उत्तरी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई. के. जोशी और फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के कमांडिंग जनरल अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल पी. जी. के. मेनन भी मौजूद थे। पैंगोंग झील क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच आरंभिक सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया के बाद से यह उनकी लद्दाख की पहली यात्रा थी।