पीड़ित परिवार का पुलिस पर आरोप, थानाध्यक्ष व सीओ की भूमिका पर उठाया सवाल
सुल्तानपुर, मोतिगरपुर थानाक्षेत्र के मुड़हा के क्षेत्र पंचायत सदस्य की पीआरवी की मौजूदगी में पीटकर हत्या कर दी गई। घटना से परिजन आक्रोशित हैं, जिसके दृष्टिगत कई थाने की फोर्स गांव में लगाई गई है। सीओ जयसिंहपुर व एसओ की भूमिका पर सवाल उठे हैं। वही पीड़ित महिला का आरोप है कि मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, थाने वाले मेरी एप्लिकेशन भी नहीं लिए हैं।
मोतिगरपुर के मुड़हा निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य अवधेश सिंह अपने भतीजे शानू सिंह (सेना के जवान) के साथ गुरुवार को दीवानी न्यायालय से पेशी से घर वापस लौट रहे थे। दोनों चाचा-भतीजे थाना क्षेत्र के गोपालपुर बड़ा गांव के पास स्थित भाजपा विधायक के पेट्रोल पंप के सामने पहुंचे थे कि लगभग आठ लोगो ने रोककर लाठी-डंडों व सरिया से हमला बोल दिया था।
जिसमें अवधेश को काफी चोटे आई थी, जबकि फ़ौजी शानू भाग निकला तो वो बच गया। बीडीसी को इलाज के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां से प्रथम उपचार के बाद डॉक्टर ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया। देर रात करीब दो बजे उनकी लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई।
सूचना घर पहुंची तो कोहराम मच गया। परिजन पुलिस की लापरवाही से हुई घटना को लेकर आक्रोशित हो गए। आक्रोश को देखते हुए कादीपुर कोतवाली, दोस्तपुर, गोसाईंगंज और मोतिगरपुर थाने की पुलिस गांव में कैम्प कर रही है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इस घटना को लेकर गुरुवार रात जयसिंहपुर सीओ प्रशांत सिंह का बयान आया था। उन्होंने कहा था कि मुड़हा में दो पक्षों के मध्य मारपीट की घटना हुई थी।
दोनो पक्ष आपस में पट्टीदार हैं और जिनके मध्य पुरानी रंजिश है। जिसमें दिसंबर 2023 में धारा 307 के मुकदमे कायम थे और दोनो पक्षों को जेल भेजा गया था। घटना लाठी डण्डों से हुई है, किसी को फायर aआर्म एंजरी नहीं है। दो व्यक्ति घायल हैं जिनका जिला अस्पताल सुलतानपुर में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। पुलिस मौके पर पहुंच गयी है और आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।