मुंबई, 21 अक्टूबर 2024, सोमवार। मुंबई के कुख्यात जेजे हॉस्पिटल शूटआउट मामले में क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुंबई पुलिस के ‘एंटी एक्सटॉर्शन सेल’ ने 1992 के चर्चित जेजे अस्पताल गोलीकांड के मुख्य आरोपी को घटना के 32 साल बाद उत्तर प्रदेश की एक जेल से गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान त्रिभुवन सिंह उर्फ श्रीकांत राय रमापति के तौर पर की गई है। उन्होंने बताया कि 12 सितंबर 1992 में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हुई थी। जेजे हॉस्पिटल शूटआउट में भारत में पहली बार AK 47 का इस्तेमाल किसी भी गैंग के गैंगस्टर ने किया था। यह शूटआउट अरुण गवली गैंग के मेम्बर शैलेश हलदनकर को मारने के लिए किया गया था। इस हमले में शैलेश के साथ-साथ दो पुलिसकर्मी भी मारे गए थे।
जेजे शूटआउट कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम द्वारा रचा गया था। इस मामले से जुड़े अन्य नामों में सुभाष सिंह ठाकुर और बृजेश सिंह सहित शामिल हैं। इस मामले में शामिल कई लोगों को पहले ही दोषी ठहराया जा चुका है। 90 के दशक में जब सुभाष ठाकुर उर्फ बाबा, दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन मिलकर मायानगरी पर राज कर रहे थे, तो उनकी दुश्मनी अरुण गवली गैंग के साथ हो गई थी। इसी दौरान गवली ने दाऊद को गहरी चोट दी। उसके शूटरों ने 26 जुलाई 1992 को मुंबई के नागपाड़ा की अरब गली में दाऊद इब्राहिम के बहनोई इस्माइल पारकर का कत्ल कर दिया था।
बहनोई की हत्या से दाऊद खुद दहल गया था। उसने अपने बहनोई की मौत का बदला लेने के लिए सुभाष ठाकुर और छोटा राजन को लगाया था। इन दोनों की टीम ने 12 सितम्बर 1992 को मुंबई के जेजे अस्पताल में गवली के शूटर शैलेश की हत्या कर दी थी। इसमें पहली बार देश में दाऊद ने AK 47 से हमला करवाया था। पुलिस ने बताया कि जब जेजे शूटआउट हुआ था, उस वक्त शूटर त्रिभुवन सिंह भी वहां मौजूद था। त्रिभुवन सिंह उर्फ प्रधान उर्फ श्रीपति श्रीकांत राई की उम्र करीब 62 साल है। बता दें, जेजे हॉस्पिटल कांड पर ही वेब सीरीज रक्तांचल बनाई गई है।