देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी जानलेवा लहर का कारण बनने वाले डेल्टा वैरिएंट के बाद अब एक और वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ सामने आया है जिसे लेकर कहा जा रहा है कि यह देश में इस महामारी की तीसरी लहर का सबब बन सकता है। इस संभावित खतरे को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से रविवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई और कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
दुनियाभर के लिए चिंता का कारण बन गए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर गृह सचिव की अध्यक्षता में रविवार को एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचने के लिए सुरक्षा मानकों को बढ़ाने पर चर्चा की गई। बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक उड़ानों को फिर से शुरू करने की तारीख की समीक्षा की जाएगी।
मंत्रालय ने बताया कि सरकार विदेशी से आने वाले यात्रियों की जांच और निगरानी की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की समीक्षा भी करेगी। इसके साथ ही उन विदेशी यात्रियों पर खास तौर पर नजर रखी जाएगी जो खतरे की श्रेणी वाले देशों से आ रहे हैं। गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि कोरोना वायरस के वैरिएंट के लिए जीनोमिक सर्विलांस को और मजबूत करने व बड़े स्तर पर आयोजित करने की जरूरत है।