महराजगंज, 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने नेपाल के एक परिवार को गहरे सदमे में डुबो दिया। नेपाल के रूपनदेही जिले के बुटवल निवासी 27 वर्षीय सुदीप न्यौपाने इस हमले में अपनी जान गंवा बैठे। गुरुवार सुबह, भारतीय प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुदीप के पार्थिव शरीर को भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर उनके परिजनों को सौंपा। इस मार्मिक क्षण में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था, और मौके पर मौजूद लोग भी इस दुखद घटना से स्तब्ध थे।
सुदीप अपनी मां, बहन और बहनोई के साथ कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर की सैर पर निकले थे। पहलगाम की खूबसूरत वादियों में घूमते हुए उन्हें क्या पता था कि यह यात्रा उनकी जिंदगी की आखिरी सैर बन जाएगी। आतंकी हमले में सुदीप की मौत की खबर ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बुटवल को शोक में डुबो दिया।
भारतीय प्रशासन ने सुदीप के शव को दिल्ली से लखनऊ हवाई मार्ग के जरिए और फिर लखनऊ से एम्बुलेंस के माध्यम से सोनौली बॉर्डर तक पहुंचाया। गुरुवार सुबह सोनौली बॉर्डर पर एक औपचारिक प्रक्रिया के तहत शव को नेपाल प्रशासन को सौंपा गया। इस दौरान बुटवल उप-महानगरीय शहर के मेयर खेलराज पांडे, जिला सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख, और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। भारतीय पक्ष से नौतनवा के एसडीएम नवीन कुमार और सीओ जयप्रकाश त्रिपाठी ने इस प्रक्रिया को पूरा किया।
शव सौंपे जाने के बाद परिजन सुदीप के पार्थिव शरीर को लेकर बुटवल रवाना हुए। बुटवल के होरायजन चौक स्थित उनके घर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जहां रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने सुदीप को भावभीनी विदाई दी। इसके बाद, सुदीप का अंतिम संस्कार त्रिवेणी संगम पर करने की तैयारी की गई। रिश्तेदार पुष्पराज पंथ ने बताया कि अंतिम संस्कार नेपाल के पवित्र त्रिवेणी धाम पर होगा।
इस घटना ने नेपाल में गहरे आक्रोश को जन्म दिया है।
स्थानीय लोग आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सुदीप की मौत ने एक बार फिर आतंकवाद के दंश को उजागर किया है, जो न केवल भारत, बल्कि पड़ोसी देशों के नागरिकों के लिए भी खतरा बना हुआ है। सुदीप की यादें उनके परिवार और दोस्तों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी। यह दुखद घटना हमें याद दिलाती है कि शांति और सुरक्षा के लिए सभी को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा।