कोलकाता, 27 अक्टूबर 2024, रविवार। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर नवनिर्मित यात्री टर्मिनल भवन और कार्गो गेट का उद्घाटन किया। पेट्रापोल (भारत)-बेनापोल (बांग्लादेश), व्यापार और यात्री आवाजाही दोनों के मामले में भारत-बांग्लादेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमि सीमा क्रॉसिंग में से एक है। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह घुसपैठ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ललकारते हुए कहा कि साल 2026 में बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी और बंगाल को सोनार बांग्ला बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बंगाल को कम्युनिस्ट और ममता के आतंक से मुक्त करना होगा। इसके लिए भाजपा सरकार को बनाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में भी भाजपा की सरकार बनेगी।
गरजे गृहमंत्री… बदल देने का किया वादा!
शाह ने इस मौके पर राज्य में टीएमसी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति ने राज्य की शांति और विकास में रुकावट पैदा कर दी है। सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते गृह मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल में जो पैसा भेजते हैं, वो करप्शन की बलि चढ़ जाता है। आपके अच्छे दिन अब दूर नहीं हैं। 2026 विधानसभा चुनाव की गणना के साथ ही यहां पर अच्छे दिन शुरू होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की कुछ सीटें कम आई। ममता दीदी की मुगालते में नहीं रहे। दो सीट लाने के बाद 370 लाने और हटाने का काम किया। हम वह पार्टी हैं, जो देश के लिए काम करती है, भतीजे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं है। बंगाल को भाजपा का गढ़ बनाना हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि बंगाल का परिणाम देखकर खुश भले हो लीजिए, लेकिन जब चुनाव में उतरेंगे, तो हमें आप नहीं रोक पाएंगी। 2026 में यहां भाजपा की सरकार बनेगी।
अवैध घुसपैठ भारत-बांग्लादेश शांति को पहुंचाता है नुकसान
गृहमंत्री ने कहा, पश्चिम बंगाल में शांति तभी आ सकती है जब बांग्लादेश से होने वाली अवैध घुसपैठ को पूरी तरह से रोका जाएगा। भूमि बंदरगाहों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और जब सीमाओं पर लोगों के वैध आवागमन की सुविधा नहीं होती, तब अवैध तरीके अपनाए जाते हैं, जिससे देश की शांति भंग होती है। उन्होंने बॉर्डर पर घुसपैठ को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि घुसपैठ भारत-बांग्लादेश शांति को नुकसान पहुंचाता है, आवाजाही का कानूनी तरीका होना चाहिए। बता दें, भारत और बांग्लादेश के बीच जमीन से लगभग 70 प्रतिशत (कीमत के हिसाब से) व्यापार इसी भू-पत्तन के जरिए होता है। यह गृह मंत्रालय की एक शाखा, भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण के प्रशासनिक नियंत्रण में है। पेट्रापोल भू-पत्तन भारत का आठवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय आव्रजन बंदरगाह भी है। भारत और बांग्लादेश के बीच सालाना 23.5 लाख से अधिक यात्रियों को आवाजाही की सुविधा प्रदान देता है। संबंधित आधिकारियों ने बयान में कहा है कि भू-पत्तन पेट्रापोल में नया यात्री टर्मिनल बिल्डिंग एक महत्वपूर्ण सुविधा केंद्र है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच लोगों की यात्रा अनुभव को और भी बेहतर बनाएगा।