केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित नार्कों समन्वय केंद्र (एनसीओआरडी) की शीर्षस्तरीय समिति की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा, मोदी सरकार मानती है कि नशे की समस्या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक बड़ी चुनौती है, जिसको सभी के समन्वय से ही निपटा जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में इस तीसरी बैठक के माध्यम से हमें यह सुनिश्चित करना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नशा-मुक्त भारत’ का जो विजन हमें दिया है इस अमृत काल में हमें उसे हमारा संकल्प बनाना है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मादक पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है।
गृह मंत्री ने इसे एक सीमा रहित अपराध बताते हुए निर्देश दिए कि सभी ड्रग लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों एवं इंटेलिजेंस एजेंसियों के बीच एक बेहतर समन्वय, सामंजस्य एवं तालमेल की आवश्यकता, न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि केंद्र और राज्यों के बीच भी आवश्यक है।
बैठक में गृह सचिव अजय भल्ला, निदेशक आईबी अरविंद कुमार, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख एस.एन. प्रधान, सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक, राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी और विभिन्न संबंधित विभागों के साथ केंद्रशासित प्रदेशों में उनके प्रतिनिधि और प्रशासक शामिल रहे।