केंद्र द्वारा राज्यों को दिये जाने वाले कोष में असमानताओं को दूर करने के लिए कुछ दक्षिणी राज्यों के जनसंख्या वृद्धि का आह्वान करने के बीच आरबीआइ के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने गुरुवार को कहा कि आबादी बढ़ाना कोई समाधान नहीं है।
यहां तीसरे बीपीआर विट्ठल स्मारक व्याख्यान सत्र को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि मैंने 50 साल तक सरकारी नौकरी की है। जब मैं पहली बार सेवा में आया, तो हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता जनसंख्या नियंत्रण, परिवार नियोजन थी और हमारा मानना था कि जनसंख्या वृद्धि सभी विकास को बाधित कर रही है। लेकिन, मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम एक ऐसा दिन देखेंगे जब राजनीतिक नेता कहेंगे कि हमें अपनी जनसंख्या बढ़ानी चाहिए।उन्होंने कहा कि इसका स्पष्ट संदेश यह है कि कुछ राज्य जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रण में अच्छा काम किया है, वे केंद्रीय सहायता से वंचित हो रहे हैं। लेकिन मेरा मानना है कि जनसंख्या बढ़ाना इसका समाधान नहीं है, क्योंकि भारत एक देश है। हमारे यहां अभी भी समग्र स्तर पर जनसंख्या की समस्या है।