अयोध्या, 16 नवंबर 2024, शनिवार। अमेरिकी श्रद्धालु क्ले ने अयोध्या में राम के रंग में रमकर अपनी आत्मिक शांति को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। वह आठ दिनों से रामनगरी में रह रहे हैं और हर मंदिर के आकर्षण और ऊर्जा को महसूस करने के लिए सुबह से ही दर्शन-पूजन और राम नाम का जाप कर रहे हैं।
क्ले ने कहा, “मैं वाराणसी के बाद अयोध्या आया हूं और यहां की भक्ति और आध्यात्मिकता से पूरी तरह अभिभूत हूं। मैं हर मंदिर के आकर्षण और ऊर्जा को महसूस करना चाहता हूं और इसके लिए सुबह से ही एक हाथ में डंडा और दूसरे हाथ में माला लेकर जाप कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “डंडा हाथ में अपने बचाव के लिए और माला भगवान को याद करने के लिए है। मन में श्रद्धा हो तो जीवन में आनंद ही आनंद है।”
क्ले ने हनुमानगढ़ी, रामलला के भी दर्शन किए और कनक भवन जाते समय ईरिक्शा पर सवार भक्त अर्जुन विश्वकर्मा से मुलाकात हुई। जब अर्जुन ने उनसे पूछा कि वह कहां के हैं, तो क्ले ने माला की ओर इशारा किया और 108 चक्र पूरे होने के बाद ही प्रश्न का जवाब दिया।
क्ले ने कहा, “अयोध्या की गली में मंदिरों से निकलने वाले राम नाम के भजन ने मुझे प्रेरणा दी है। यहां के धार्मिक स्थलों की शांति मुझे आत्मिक शांति का अहसास करा रही है। मैं जब भी फिर से मौका मिला तो अयोध्या जरूर आऊंगा।”