नई दिल्ली, 27 नवंबर 2024, बुधवार। अडानी ग्रुप पर अमेरिकी आरोपों को लेकर महेश जेठमलानी ने अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं और अडानी ग्रुप और भारत सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अभियोग में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया गया है।
महेश जेठमलानी ने कहा कि आरोपों में जिन तथ्यों का जिक्र है, वे सिर्फ साजिश की बातें हैं, जो साबित करना बेहद कठिन है। उन्होंने कहा कि आरोपों में कहा गया है कि ‘घूस दी गई’ या ‘घूस देने का वादा किया गया’, लेकिन घूस देने की बात पूरी तरह साफ नहीं है।
महेश जेठमलानी ने आगे बताया कि आरोपों में 2019 से 2024 के बीच एक ‘विदेशी सरकारी अधिकारी’ का जिक्र है, जो आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन रेड्डी की ओर इशारा करता है। लेकिन अगर यह आरोप सही है, तो उनका नाम साफ तौर पर क्यों नहीं लिया गया?
महेश जेठमलानी ने कहा कि यह आरोप सिर्फ अडानी ग्रुप और भारत सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अभियोग में आरोपों को बहुत ही चतुराई से तैयार किया गया है, लेकिन इसमें कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया है।
अडानी ग्रुप ने भी इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। कंपनी ने कहा है कि वह अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार है। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने एक बयान में कहा, “अडानी ग्रुप इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करता है और कानूनी उपायों के जरिए अपनी रक्षा करेगा।”