नई दिल्ली, 19 दिसंबर 2024, गुरुवार। अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर…अंबेडकर…अंबेडकर…अंबेडकर, इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। अमित शाह के भाषण का इतना अंश कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है। गृह मंत्री अमित शाह पर कांग्रेस ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया तो शाह ने भी कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एडिटेड बयानों को भी सार्वजनिक किया था। उन्होंने कहा कि मैं उस पार्टी से आता हूं, जो कभी अंबेडकर जी का अपमान नहीं कर सकती है। पहले जनसंघ और फिर भाजपा ने हमेशा अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने की कोशिश की है।
अमित शाह का कांग्रेस पर करारा हमला: “कांग्रेस ने अंबेडकर जी का अपमान किया, संविधान की धज्जियां उड़ाईं”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस अंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, जो आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया और आपातकाल लगाकर संविधान के मूल्यों की धज्जियां उड़ा दीं। इसके अलावा, कांग्रेस ने नारी सम्मान को वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत की। अमित शाह ने कहा कि संसदीय चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि कांग्रेस बाबा साहेब के खिलाफ थी। उनके निधन के बाद कांग्रेस ने उन्हें हाशिए पर धकेलने की कोशिश की। जब संविधान समिति ने अपना काम पूरा कर लिया और 1951-52 और 1955 में चुनाव हुए तो कांग्रेस ने उन्हें चुनाव में हराने के लिए कई कदम उठाए।
अमित शाह का कांग्रेस पर तीखा हमला: “कांग्रेस ने बाबा साहेब को भारत रत्न देने में देरी की”
अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न देने में देरी की थी। उन्होंने कहा कि 1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी। अमित शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को हाशिए पर धकेलने का प्रयास किया था और उनके निधन के बाद भी उन्हें महत्व नहीं दिया गया था।