जम्मू, 3 जुलाई 2025: पवित्र अमरनाथ यात्रा की शुरुआत भक्तिमय माहौल में हो गई, तीर्थयात्रियों का पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से रवाना हुआ। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जबकि श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के जयकारों के साथ उत्साह से लबरेज दिखे।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, पुलिस की एडवाइजरी
पहलगाम में हाल के आतंकी हमले को देखते हुए इस बार यात्रा के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। करीब 600 अतिरिक्त अर्धसैनिक बल कंपनियों की तैनाती के साथ यह अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है, जिसमें केवल निर्धारित काफिलों के साथ भगवती नगर, बटाल और नुनवान बेस कैंप से यात्रा करने की सलाह दी गई है। पुलिस ने यह भी अपील की है कि यात्री अपनी निर्धारित तिथि के अनुसार ही बेस कैंप पहुंचें।
38 दिन की यात्रा, 9 अगस्त को समापन
38 दिनों तक चलने वाली यह पवित्र यात्रा बालटाल और पहलगाम मार्गों से होगी, जिसका समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन होगा। इस साल अब तक 3,31,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा में रजिस्ट्रेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं, जो रोजाना 2,000 यात्रियों का पंजीकरण कर रहे हैं।
यातायात पाबंदियों का भी इंतजाम
यात्रा के दौरान जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुख्ता सुरक्षा और यातायात पाबंदियां लागू रहेंगी। 2 जुलाई से 9 अगस्त तक विभिन्न मार्गों पर यातायात नियंत्रण लागू किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा अनुभव मिले।
हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए इस कठिन यात्रा पर निकलते हैं। इस बार भी भक्ति और उत्साह के साथ शुरू हुई यह यात्रा देशभर के तीर्थयात्रियों के लिए आध्यात्मिक उमंग का प्रतीक बनी हुई है।