नई दिल्ली, 8 जून 2025, रविवार: अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यात्रा पर अनिश्चितता के बादल मंडराए थे, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सुरक्षाबलों के कड़े कदमों और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था ने तीर्थयात्रियों का भरोसा जीत लिया है। नतीजा? 3,31,000 से ज्यादा श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं, जो बाबा बर्फानी के प्रति उनकी अटूट आस्था को दर्शाता है।
3 जुलाई से शुरू, रक्षा बंधन तक चलेगी यात्रा
इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त, 2025 तक चलेगी, जो रक्षा बंधन के पावन पर्व के साथ समापन होगा। यह यात्रा दो प्रमुख मार्गों – अनंतनाग के पहलगाम और गंदेरबल के बालटाल – से होगी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा स्वयं तैयारियों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। शनिवार को श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 49वीं बैठक में उन्होंने पहलगाम और बालटाल मार्गों पर सुरक्षा, सुविधाओं और व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने पर जोर दिया।
उपराज्यपाल का संकल्प: श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि
बैठक में उपराज्यपाल ने कहा, “तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और उनका आध्यात्मिक अनुभव हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हम हर श्रद्धालु के लिए एक सुगम, सुरक्षित और आत्मिक यात्रा सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने आधार शिविरों, मार्गों और सुविधाओं की प्रगति की समीक्षा की और सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। बोर्ड ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई अहम कदमों पर चर्चा की, ताकि यह यात्रा और भी यादगार बन सके।
श्रद्धालुओं के लिए खास सुविधाएं
इस बार यात्रा में श्रद्धालुओं को कई नई और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। मार्ग पर यात्री निवास, पारगमन शिविर, प्रसाद काउंटरों का विस्तार, सुविधा केंद्र, ऑनलाइन सेवाएं, आरएफआईडी कार्ड, और तीर्थयात्रियों व सेवा प्रदाताओं के लिए पंजीकरण और सत्यापन की प्रक्रिया को और मजबूत किया गया है। इसके अलावा, लंगर और एनजीओ सेवाओं को भी और बेहतर बनाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
बाबा बर्फानी की यात्रा का इंतजार
अमरनाथ यात्रा न केवल एक धार्मिक यात्रा है, बल्कि यह आस्था, एकता और प्रकृति के साथ तालमेल का प्रतीक भी है। लाखों श्रद्धालुओं का उत्साह और प्रशासन की मुस्तैदी इस बात का सबूत है कि यह यात्रा 2025 में भी भक्ति और भव्यता का अनूठा संगम होगी। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि 3 जुलाई से यह पवित्र सफर शुरू होने वाला है!