वाराणसी, 18 फरवरी 2025, मंगलवार। महाकुंभ के समापन के बाद, नागा साधुओं को एक नई समस्या का सामना करना पड़ रहा है – धूल से एलर्जी। आईएमएस बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग की ओर से किए जा रहे जांच में यह बात सामने आई है कि नागा साधुओं को धूल से एलर्जी की समस्या हो रही है। इसके अलावा, कई साधुओं के फेफड़े में इन्फेक्शन और एलर्जी की समस्या भी मिल रही है। हालांकि, यह समस्या इतनी गंभीर नहीं है कि इसका समाधान न हो सके।
महाकुंभ में करीब महीने भर तक प्रयागराज में गंगा किनारे रहने के बाद नागा साधु काशी आ रहे हैं। इनमें किसी को सर्दी-जुकाम है तो कोई एलर्जी से परेशान है। सभी की जांच की जा रही है। प्रो. वीएन मिश्रा ने बताया कि संगम किनारे रहने के दौरान रेत के कण शरीर में आ गए हैं। इससे उन्हें ये समस्या हो रही है। उन्होंने बताया, घाटवॉक के तहत नियमित ओपीडी चलाई जा रही है। अब तक करीब 200 से अधिक साधुओं को इसका लाभ पहुंचाया गया। मौके पर बीपी जांच व अन्य जरूरी जांच की जा रही है।
दूसरी ओर, संतोष पुरी महराज ने कहा कि प्रयागराज में धूल उड़ रही थी। पानी बदलने से हमारे गले खराब हो गए हैं। कुछ स्वास्थ्य भी खराब हो गया है। यहां डॉक्टर साहब आकर दवा दे रहे हैं यह काफी अच्छी सेवा है।