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Tuesday, July 1, 2025

अक्षरधाम मंदिर: न्यूजर्सी में नौ दिवसीय उत्सव के साथ होगा मंदिर का उद्घाटन, PM मोदी-सुनक ने दी शुभकामनाएं


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र में आगे कहा कि मंदिर सदियों से सेवा और सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहे हैं। वे न केवल भक्ति के केंद्र हैं बल्कि कला, स्थापत्य उत्कृष्टता, साहित्य और ज्ञान को अभिव्यक्ति देने के लिए मंच के रूप में भी काम करते हैं। ऐसे गहन सांस्कृतिक सिद्धांत पीढ़ियों से मानवता का मार्गदर्शन करते रहे हैं। 

बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था और इस पहल में शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा कि अक्षरधाम महामंदिर का उद्घाटन समारोह भारतीय वास्तुकला उत्कृष्टता और हमारी गौरवशाली प्राचीन संस्कृति और लोकाचार को दिखाता है। इससे प्रवासी भारतीयों, विशेष रूप से युवाओं के बीच मां भारती से जुड़ने और उस पर गर्व करने के लिए एक संबंध स्थापित करने में भी मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका एक स्थायी संबंध साझा करते हैं और दोनों देशों ने इन संबंधों को एक मजबूत, बहुआयामी संबंध में विकसित और व्यापक बनाया है। इससे उनके लोगों के बीच व्यापक बातचीत को बढ़ावा मिला है।

मंदिर की सुंदरता से चकित

ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक, जिन्होंने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान नई दिल्ली के अक्षरधाम का दौरा किया, ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, ‘हम इस मंदिर की सुंदरता से चकित और आश्चर्यचकित थे। यह शांति, सद्भाव तथा एक बेहतर इंसान बनने का सार्वभौमिक संदेश हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह न केवल पूजा स्थल है, बल्कि एक मील का पत्थर है जो दुनिया में भारत के मूल्यों, संस्कृति और योगदान को भी चित्रित करता है।


30 सितंबर से चल रहा उत्सव
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने कहा कि 30 सितंबर से महंत स्वामी महाराज की उपस्थिति में रॉबिंसविले में बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम का बहुप्रतीक्षित उद्घाटन समारोह चल रहा है। 

आठ को होगा उद्घाटन
बिंसविले में अक्षरधाम का बहुप्रतीक्षित भव्य उद्घाटन समारोह आठ अक्तूबर को होने वाला है, जो पूरे उत्तरी अमेरिका में 12,500 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा 12 वर्षों के समर्पण के बाद एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अक्षरधाम परिसर का केंद्रबिंदु बनने के लिए तैयार पत्थर का महामंदिर, शिल्प कौशल और भक्ति का चमत्कार है, जो आध्यात्मिक महत्व के साथ जटिल कलात्मकता का भी मिश्रण है।

वैश्विक स्तर पर बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम हिंदू कला, वास्तुकला और संस्कृति के मील के पत्थर के समान हैं। यह मंदिर आध्यात्मिक और सामुदायिक केंद्रों के रूप में कार्य करते हैं, जो सभी धर्मों और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए खुले हैं।

न्यूजर्सी में अक्षरधाम विश्व स्तर पर तीसरा ऐसा सांस्कृतिक परिसर है। पहला अक्षरधाम 1992 में भारत के गुजरात की राजधानी गांधीनगर में बनाया गया था। इसके बाद 2005 में नई दिल्ली में अक्षरधाम बनाया गया था।

newsaddaindia6
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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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