लखनऊ, 22 जुलाई 2025: मॉनसून सत्र के दूसरे दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा हर चुनाव जीतने के लिए नई रणनीतियां रचती है और वोटर लिस्ट में हेरफेर कर जनादेश को प्रभावित करती है। उन्होंने दावा किया, “8 करोड़ वोट और 1-1.5 महीने में नई वोटर लिस्ट? यह साफ दर्शाता है कि भाजपा बेईमानी की तैयारी में है।”
यूपी के हालिया उपचुनावों का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा, “कुंदरकी, मीरापुर और अयोध्या में पुलिस और प्रशासन ने मिलकर चुनाव लूट लिया। कुंदरकी में सीसीटीवी फुटेज देखें, पुलिस वोट डालती दिखेगी। अयोध्या में हार के बाद भाजपा के लिए मिल्कीपुर जीतना जरूरी था।” उन्होंने आगे कहा कि सपा ने 18 हजार वोट डिलीट होने की शिकायत चुनाव आयोग से की थी, लेकिन किसी भी बीएलओ या अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई। अखिलेश ने बिहार में नई वोटर लिस्ट तैयार करने को भी संदिग्ध बताते हुए कहा, “यह भाजपा की बेईमानी की बड़ी तैयारी का संकेत है।”
वहीं, मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव ने भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “एसआईआर के जरिए सरकार जनता की आवाज दबाना चाहती है। यह प्रक्रिया अपने आप में कई सवाल खड़े करती है।”
अखिलेश और डिंपल के इन आरोपों ने सत्र में हंगामे की स्थिति पैदा कर दी, जिससे सियासी माहौल और गरमा गया। विपक्ष के इन हमलों का सरकार की ओर से क्या जवाब आता है, यह देखना बाकी है।