उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का दौर जारी है। सपा विधायक सुभाष पासी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों की बीच पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडर से मंगलवार को ट्वीट कर जानकारी दी गई कि गाजीपुर की सैदपुर विधानसभा से सपा विधायक सुभाष पासी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
खबर है कि सुभाष पासी जल्द ही बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। सुभाष ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। मंगलवार यानि आज दोपहर में सुभाष पासी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूद रहेंगे।
सुभाष पासी मूल रूप से मालवीय नगर, नगर पंचायत सैदपुर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी रीना पासी जिला पंचायत की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। सुभाष ने वर्ष 1975 में पुणे बोर्ड महाराष्ट्र से हाईस्कूल तक की शिक्षा प्राप्त की। साल 2012 में चुनाव लड़े और विधायक बन गए।
इनका मुख्य कारोबार मुंबई में है और परिवार के साथ वहीं रहते हैं। सुभाष पासी का सपा से बाहर होना पार्टी के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। सुभाष पासी ने 2017 में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विद्यासागर सोनकर को हराया था। उस चुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत सैदपुर में झोंक दी थी।