नई दिल्ली, 22 दिसंबर 2024, रविवार। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने मंदिर-मस्जिद विवाद पर अपने विचार व्यक्त किए। इस बयान पर अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख सैयद ज़ैनुल आबेदीन अली खान ने प्रतिक्रिया दी है। सैयद ज़ैनुल आबेदीन अली खान ने आरएसएस प्रमुख के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह बयान सही है और हम पहले से ही यही बात कहते आ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मोहन भागवत के बयान की जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम है।
उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस प्रमुख ने जो कहा है, उसे हमें अपनाना चाहिए। अगर हम इसे अपनाते हैं और इसके अनुसार चलते हैं, तो पूरे विश्व में हम एक कहलाएंगे और हमारा देश तरक्की करेगा। यह बयान एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर केंद्रित है, जो हमारे समाज में एकता और समझदारी को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है।
मोहन भागवत का बड़ा बयान: मंदिर-मस्जिद विवाद पर नेता बनने की कोशिश न करें
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने पुणे में ‘हिंदू सेवा महोत्सव’ के उद्घाटन के दौरान एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मंदिर-मस्जिद के रोज नए विवाद निकालकर कोई नेता बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण के बाद कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि वे ऐसे मुद्दे उठाकर हिंदुओं के नेता बन जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए।
मोहन भागवत ने यह भी कहा कि हमें दुनिया को दिखाना है कि हम एक साथ रह सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत में अक्सर अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर चर्चा की जाती है, लेकिन अब हम देख रहे हैं कि दूसरे देशों में अल्पसंख्यक समुदायों को किस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने देश में मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर 12 दिसंबर को सुनवाई की थी। इस दौरान शीर्ष अदालत ने कहा था कि ऐसे मामलों पर निचली अदालतें कोई फैसला ना दें और न ही सर्वे के आदेश जारी करें।