कोरोना के बाद धीरे-धीरे जिंदगी अपनी पटरी पर लौटने लगी है। व्यापार बढ़ रहा है, दफ्तर खुल चुके हैं। इस बीच लोग सैर-सपाटे के लिए भी घर से बाहर निकल रहे हैं।
इसके संकेत नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को दिए। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के बाद पहली बाद घरेलू हवाई यातायात रविवार को अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
कोरोना के कारण हवाई यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण कम हुआ हवाई यात्रा भी शुरू की गई। इसके बावजूद लोग डरे हुए थे और बहुत कम ही हवाई सफर कर रहे थे, लेकिन रविवार को आर्थिक संकट से जूझ रहे एयरलाइन सेक्टर को राहत की सांस मिली।
सिंधिया ने बताया कि रविवार को 2,372 उड़ानों में कुल 3,27,923 हवाई यात्रियों ने सफर किया। महामारी से पहले भारत में घरेलू यात्रियों की दैनिक संख्या करीब 4.25 लाख थी।
केंद्र सरकार ने कोरोना के कारण सभी घरेलू उड़ानों को 25 मार्च 2020 से 25 मई 2020 तक के लिये स्थगित कर दिया था। इसके बाद एयरलाइन को अपनी पूर्व-कोविड घरेलू उड़ानों में से केवल 33 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति दी गई थी।
धीरे-धीरे इस क्षमता को बढ़ाया गया। अब 12 अक्तूबर को केंद्र सरकार ने घोषणा की कि एयरलाइंस 18 अक्तूबर से बिना किसी क्षमता प्रतिबंध के घरेलू उड़ानें संचालित कर सकती हैं।