देश की राजधानी दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में रविवार की सुबह भी शहर पर धुंध की चादर छाई दिखी। लगातार पांच दिनों से वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में है। सीपीसीबी के मुताबित, रविवार सुबह आठ बजे दिल्ली के आनंद विहार इलाके में एक्यूआई 457 दर्ज हुआ है।
मौसम विभाग ने रविवार सुबह घना कोहरा व स्मॉग छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। इससे वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में विभाग ने वाहन चालकों से सावधानी से वाहन चलाने की अपील की है। उधर, शनिवार को पालम हवाई अड्डे पर हल्का कोहरा छाया रहा।
सुबह सात बजे दृश्यता सबसे कम 500 मीटर दर्ज की गई। उसके बाद दोपहर एक बजे 1500 मीटर हो गई। सफदरजंग हवाई अड्डे पर सुबह साढ़े सात बजे दृश्यता 300 मीटर दर्ज की गई। दोपहर एक बजे 800 मीटर हो गई। मौसम बदलाव के चलते हवा एक बार फिर से शनिवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। सुबह से लेकर रात तक स्मॉग की चादर छाई रही। हालांकि, दिन चढ़ने के साथ ही हल्का स्मॉग छंटने लगा। इससे लोगों को सांस लेने के साथ आंखों में जलन महसूस हुई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि रविवार को भी हवा गंभीर श्रेणी में रह सकती है। ऐसे में लोगों को प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ेगा। एनसीआर में शनिवार को दिल्ली की हवा सबसे प्रदूषित की गई। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 417 दर्ज किया गया। यह शुक्रवार की तुलना में 21 सूचकांक की वृद्धि देखने को मिली। इससे हवा और दमघोंटू हो गई है।
डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 12.444 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.171 फीसदी रही। जबकि, शुक्रवार को पराली के धुएं की हिस्सेदारी 37.518 फीसदी रही। यह पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। मौसम विभाग का अनुमान है कि प्रदूषकों के प्रभावी फैलाव के लिए मौसम संबंधी परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। वेंटिलेशन इंडेक्स 16000 घनमीटर प्रति सेकंड रही। 24 घंटे के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स 16500 घनमीटर प्रति सेकंड रहने का अनुमान है।