नई दिल्ली, 13 जून 2025: अहमदाबाद में हुए दिल दहला देने वाले विमान हादसे, जिसमें 200 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई, ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है। इस त्रासदी पर कांग्रेस ने गहरा दुख जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि शाह ने हादसे की जिम्मेदारी तय करने के बजाय ‘भाग्य’ का राग अलापकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया।
शाह का बयान: ‘दुर्घटनाएं रोकना असंभव’
हादसे के कुछ घंटों बाद अहमदाबाद पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एयर इंडिया के विमान में लगी भीषण आग और ईंधन के कारण उत्पन्न अत्यधिक तापमान ने किसी को बचाने की सारी उम्मीदें खत्म कर दीं। उन्होंने कहा, “यह एक दुर्घटना है, और दुर्घटनाओं को कोई नहीं रोक सकता।” इस बयान ने कांग्रेस को आगबबूला कर दिया, जिसने इसे गैर-जिम्मेदाराना और असंवेदनशील करार दिया।
कांग्रेस की श्रद्धांजलि, गहरा शोक
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “कांग्रेस पार्टी एआई-171 विमान हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों, चालक दल और आसपास मौजूद निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। यह हृदय विदारक त्रासदी पूरे देश के लिए एक गहरा आघात है।” उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि कांग्रेस इस दुख की घड़ी में राष्ट्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
‘भाग्य की बात नहीं, जवाबदेही की जरूरत’
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने शाह के बयान की एक वीडियो क्लिप साझा कर तंज कसा। उन्होंने लिखा, “जब 200 से अधिक लोग हादसे का शिकार हो गए, तब गृह मंत्री से जवाबदेही की उम्मीद थी, न कि भाग्य पर प्रवचन।” खेड़ा ने सवाल उठाया, “अगर दुर्घटनाएं रोकी ही नहीं जा सकतीं, तो फिर मंत्रालयों का क्या औचित्य?” उन्होंने जोर देकर कहा कि विमान हादसे कोई ‘दैवीय घटना’ नहीं हैं। सख्त सुरक्षा नियम, मजबूत प्रोटोकॉल और आपातकालीन तैयारियां ऐसी त्रासदियों को रोक सकती हैं।
‘क्या सुरक्षा तंत्र को भी बंद कर दें?’
खेड़ा ने शाह के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “गृह मंत्री का बयान सुनकर लगता है कि हमें सुरक्षा ढांचे, नियमों और आपदा प्रबंधन में निवेश करना ही छोड़ देना चाहिए।” उन्होंने तीखा सवाल दागा, “क्या हर हादसे को भाग्य के भरोसे छोड़ देना चाहिए?”
शाह की सफाई: ‘ईंधन ने बढ़ाई त्रासदी’
अमित शाह ने हादसे के बाद कहा था कि विमान में मौजूद ज्वलनशील ईंधन के कारण तापमान इतना बढ़ गया कि बचाव कार्य असंभव हो गया। उन्होंने दावा किया कि अगर ईंधन की मात्रा कम होती, तो शायद कई जिंदगियां बचाई जा सकती थीं। लेकिन कांग्रेस ने इसे महज बहाना बताते हुए मांग की है कि हादसे की गहन जांच हो और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए।
देश मांग रहा जवाब
यह हादसा न केवल एक त्रासदी है, बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि क्या हमारी सुरक्षा व्यवस्थाएं और आपदा प्रबंधन प्रणाली इतनी कमजोर है कि ऐसी घटनाओं को रोका नहीं जा सकता? कांग्रेस का यह हमला न सिर्फ शाह के बयान पर है, बल्कि यह सरकार से जवाबदेही और ठोस कदमों की मांग भी है।