नई दिल्ली, 8 दिसंबर 2024, रविवार। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के होने वाले अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपील पर प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने ब्रिक्स देशों से कहा था कि वे डॉलर के खिलाफ कोई नई करेंसी नहीं बनाएंगे और किसी ऐसी करेंसी का समर्थन भी नहीं करेंगे। ट्रंप ने ऐसा न करने पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी भी दी थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कतर के दोहा फोरम में एक पैनल डिस्कशन में कहा कि भारत का डॉलर को कमजोर करने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यह भी साफ किया कि ब्रिक्स में शामिल देशों का मसले पर आइडेंटिकल पॉजिशन नहीं है। उनके कहने का मतलब है कि देशों की अपनी राय हो सकती है। वहीं, ब्रिक्स देशों ने अमेरिका पर डॉलर को ‘हथियार’ की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इससे प्रतिद्वंद्वी देशों को अमेरिकी हितों के तहत परिभाषित ढांचे के भीतर काम करना पड़ता है।
डॉलर की ताकत पर ट्रंप की चेतावनी: ब्रिक्स देशों को दी गई 100 फीसदी टैरिफ की धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने ट्रुथ सोशल हैंडल पर एक पोस्ट में ब्रिक्स देशों को चेतावनी दी थी कि अगर वे डॉलर के खिलाफ जाते हैं तो उन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स देशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे डॉलर कमजोर हो और डॉलर को रिप्लेस किया जाए।
ट्रंप की चेतावनी: डॉलर को कमजोर करने वाले देशों को अमेरिकी बाजार से बाहर होने के लिए तैयार रहना होगा
डोनाल्ड ट्रंप ने डॉलर को कमजोर करने का इरादा रखने वाले देशों को सख्त चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि ऐसा करने वाले देश अमेरिका की शानदार इकॉनोमी में बेचने के लिए गुडबाई कहना पड़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी करेंसी इंटरनेशनल ट्रेड में डॉलर को कमजोर नहीं कर सकती है और ऐसा करने का इरादा रखने वालों को अमेरिका को गुडबाई कहना पड़ेगा। ट्रंप ने आगे कहा कि वह जनवरी 2025 में दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की कमान संभालेंगे और डॉलर की ताकत को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।