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Saturday, June 28, 2025

आसमान के बाद अब समुद्र पर भी भारत का दबदबा, 44,000 करोड़ का मास्टरप्लान तैयार!”

नई दिल्ली, 27 मई 2025, मंगलवार। भारत अब न सिर्फ आकाश में, बल्कि समुद्र की गहराइयों में भी दुश्मनों को धूल चटाने की तैयारी में है! ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना और थलसेना का दमखम तो दुनिया ने देख ही लिया, जब हमारे अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम ने दुश्मन की मिसाइलों और ड्रोन्स को पलक झपकते ही नेस्तनाबूद कर दिया। लेकिन अब बारी है समुद्र की, जहां भारत अपनी नौसेना को और भी ताकतवर बनाने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने 44,000 करोड़ रुपये का धमाकेदार प्लान तैयार किया है, जो भारत को समुद्री युद्ध का अजेय योद्धा बना देगा!

समुद्र में छिपे खतरे का खात्मा

इस मेगा प्लान के तहत 12 खास माइन काउंटरमेजर वेसल्स (MCMV) बनाए जाएंगे। ये युद्धपोत समुद्र में दुश्मनों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंगों को चुटकियों में ढूंढकर तबाह कर देंगे। ये नौसेना के लिए किसी सुपरहीरो की तरह होंगे, जो भारत की 7,516 किमी लंबी तटरेखा और 13 बड़े व 200 छोटे पोर्ट्स को लोहे की दीवार की तरह सुरक्षित रखेंगे। खास बात ये कि ये युद्धपोत पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ के तहत देश के शिपयार्ड्स में बनेंगे, जिससे न सिर्फ नौसेना मज़बूत होगी, बल्कि भारत की स्वदेशी तकनीक भी दुनिया में छा जाएगी!

पहले क्यों नहीं था ऐसा?

आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय नौसेना के पास अभी एक भी MCMV नहीं है। पहले करवार और पॉन्डिचेरी क्लास के कुछ माइनस्वीपर्स थे, लेकिन वो अब रिटायर हो चुके हैं। अभी नौसेना कुछ जहाजों पर लगे अस्थायी माइन काउंटरमेजर सुइट्स के भरोसे है, जो इतनी विशाल तटरेखा की सुरक्षा के लिए नाकाफी हैं। लेकिन अब सरकार ने इस कमी को दूर करने का बीड़ा उठाया है।

कब तक तैयार होंगे ये सुपर युद्धपोत?

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो ये प्रोजेक्ट जल्द ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई वाली डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल के सामने पेश होगा। इसके बाद भारतीय शिपयार्ड्स से टेक्नो-कमर्शियल बिड्स मंगाई जाएंगी। कॉन्ट्रैक्ट साइन होने के बाद पहले MCMV को तैयार होने में 7-8 साल लग सकते हैं। हां, समय तो लगेगा, लेकिन जब ये युद्धपोत समुद्र में उतरेंगे, तो दुश्मन की नींद उड़ना तय है!

चीन-पाकिस्तान को करारा जवाब

ये प्रोजेक्ट खास तौर पर चीन और पाकिस्तान के बढ़ते समुद्री खतरे को देखते हुए अहम है। चीन की चालाक सबमरीन्स और पाकिस्तान की युआन-क्लास डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन्स भारत के लिए चुनौती बन सकती हैं। लेकिन इन MCMV के साथ भारत समुद्र में भी अजेय हो जाएगा। ये युद्धपोत न सिर्फ नौसेना की ताकत बढ़ाएंगे, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

तो तैयार हो जाइए, क्योंकि भारत अब समुद्र की लहरों पर भी तिरंगा लहराने को तैयार है। दुश्मन चाहे आसमान से आए या समुद्र की गहराइयों से, भारत का जवाब हर बार होगा—’हम तैयार हैं!’

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