नागपुर, 6 जून 2025, शुक्रवार: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश ने अभूतपूर्व एकता का परिचय दिया। नागपुर में आयोजित कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन समारोह में उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की सुरक्षा के लिए सेना, प्रशासन और समाज के संयुक्त प्रयास जरूरी हैं। हमें अपनी रक्षा के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। भागवत ने कहा कि पहलगाम हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। लोगों में आक्रोश के साथ अपराधियों को सख्त सजा देने की मांग उठी थी। सरकार और सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई कर हमलावरों को सबक सिखाया, जिससे भारत की रक्षा और अनुसंधान क्षमता का लोहा दुनिया ने माना। इस दौरान समाज ने राजनीतिक मतभेद भुलाकर एकजुटता दिखाई और देशभक्ति की भावना को प्राथमिकता दी।
हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि चुनौतियां अभी खत्म नहीं हुई हैं। आतंकवाद, साइबर युद्ध और प्रॉक्सी वॉर के जरिए अशांति फैलाने की कोशिशें जारी हैं। उन्होंने कहा कि बदलते युद्ध के तौर-तरीकों के बीच भारत को अपनी ताकत बढ़ानी होगी। साथ ही, उन्होंने विश्व समुदाय की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि इस संकट में सत्य के साथ कौन खड़ा है और कौन स्वार्थ साधता है, यह स्पष्ट हो गया है। समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद नेताम बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। मंच पर विदर्भ प्रांत संघचालक दीपक तामशेट्टीवार, वर्ग सर्वाधिकारी समीर कुमार महांती और नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया भी उपस्थित रहे।
आदिवासियों की समस्याओं को शासन तक पहुंचाएंगे
मोहन भागवत ने आदिवासी समुदाय को समाज का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि उनकी समस्याओं को शासन के सामने प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आरएसएस के स्वयंसेवक वनवासी क्षेत्रों में लंबे समय से काम कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन की वकालत की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलना होगा। इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों से एकता और सजगता बनाए रखने की अपील की।
विशेष मेहमान कौन-कौन आए
इस कार्यक्रम में विशिष्ट आमंत्रित अतिथि के तौर परबिल शुस्टर (पेन्सिल्वानिया के नौवें जिले के पूर्व अमेरिकी सांसद और हाऊस ट्रांसपोर्टेशन कमेटी के पूर्व अध्यक्ष), बॉब शुस्टर (सार्वजनिक नीति और व्यवसाय के विशेषज्ञ वकील और वन+ स्ट्रैटेजीज के संस्थापक भागीदार), ब्राडफोर्ड एलिसन (सार्वजनिक धोरणाचे अभ्यासक तसेच तपास आणि आर्थिक नियमांचे विशेषज्ञ), प्रो. वॉल्टर रसेल मेड (सुप्रसिद्ध शिक्षाविद, लेखक, अंतरराष्ट्रीय मामले, नीति और रणनीति अभ्यासक, हडसन, फ्लोरिडा विद्यापीठ और एस्पेन इन्स्टिटुयट इटली से संबंध) और बिल ड्रेक्सेल (एआई और प्रौद्योगिकी में रुचि, हडसन यूनिवर्सिटी में फेलो, अमेरिका-भारत संबंधों के विशेषज्ञ, द वाशिंग्टन पोस्ट, सीएनएन और द वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे समाचार पत्रो में योगदान) शामिल हुए।