रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आरबीआई के पूर्व गवर्नर और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री रघुराम राजन पर उनके बयान कि भारत में मोबाइल का निर्माण नहीं हो रहा, के लिए फिर निशाना साधा। उन्होंने चुटकी ली कि हो सकता है रघुराम राजन भविष्य में चिदंबरम बनना चाहते हों। उन्होंने कहा, जब कोई व्यक्ति ईमानदारी खो देता है और मैदान में उतरे बिना, दूसरों के लिए खेलते हुए राजनेता बनने की कोशिश करता है, तो यह पाखंड है।
दरअसल, एक निजी चैनल के कार्यक्रम में पत्रकारों ने रघुराम राजन के अगस्त में दिए गए उस बयान पर सवाल किया था, जिसमें जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम के तहत भारत में मोबाइल फोन नहीं बनाए जा रहे, उन्हें बस असेंबल किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को कहा, रघुराम राजन बहुत शिक्षित व्यक्ति हैं। वह निर्माण की बारीकियों को अच्छी तरह समझते हैं। वह जानते हैं कि मोबाइल का यहां उत्पादन होता है। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने के बाद आरबीआई के पूर्व गवर्नर के इसी बयान पर वैष्णव ने उन पर राजनीति करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था, राजन किसी और की तरफ से शैडो बॉक्सिंग कर रहे हैं। ये अच्छी बात नहीं है। शैडो बॉक्सिंग में हवा में पंच मारे जाते हैं। इसमें लड़ने के लिए कोई विरोधी नहीं होता है। राजन को जब राजनीति करनी है तो खुलकर सामने आना चाहिए।