क्रिकेटर विकास टोकस मामले में दिल्ली पुलिस ने अपनी सफाई दी है। दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी गौरव शर्मा को कहना है कि खिलाड़ी विकास टोकस ने पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया है। दुर्घटनावश खिलाड़ी को आंख के पास चोट लगी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खिलाड़ी ने पुलिस मुख्यालय को किए मेल में कहा है कि वह एक राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है। उसके साथ 26 जनवरी को ऐसी घटना हुई कि वह उसे भूल नहीं सकते। पुलिस अधिकारियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया, जोकि निंदनीय है। उस दिन एक अधिकारी ने उसे मुक्का मारा, इससे उसकी आंख की रोशनी जाते-जाते बच गई।
आईपीएल खिलाड़ी ने शिकायत के साथ आंख के नीचे लगी चोट की फोटो भी भेजी है। उन्होंने जल्द ही पुलिस अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। खिलाड़ी ने अपनी शिकायत में कहा है कि इस घटना के बाद वह मानसिक परेशानियों से गुजर रहे हैं।
विकास टोकस ने 15 पहले दर्जे व 7 टी-20 क्रिकेट मैच खेले हैं। हालांकि वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। वह वर्ष 2016 में बैंगलुरू टीम का हिस्सा जरूर थे, मगर उन्हें मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद किसी भी टीम ने विकास को आईपीएल में खेलने का मौका नहीं दिया। इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए है। विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को विकास टोकस के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस मुख्यालय ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
खिलाड़ी को चोट दुर्घटनावश लगी है- डीसीपी
दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी गौरव शर्मा के अनुसार गणतंत्र दिवस के अवसर पर चेकिंग के दौरान पूर्वाह्न लगभग 11.30 बजे गांव मोहम्मदपुर निवासी विकास टोकस नाम के एक व्यक्ति को चेकिंग के लिए रोका गया। विकास ने सहयोग करने के बजाय ये कहते हुए दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया कि वह राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट खिलाड़ी है और पिछले 10 साल से रणजी ट्रॉफी खेल रहा है। सिपाही ने विकास को सार्वजनिक स्थान पर मास्क नहीं पहनने की चेतावनी भी दी।
इस पर विकास टोकस ने फिर से बदसलूकी करना शुरू कर दिया। जब उन्हें थाने आने के लिए कहा गया तो वह अपनी कार चालू कर दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह की ओर जा रही सड़क पर जाने लगे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और हाथापाई में खिलाड़ी की आंख के पास चोट लग गई। इसके बाद विकास टोकस को थाने ले जाया गया। विकास के ससुर, जोकि दिल्ली पुलिस में एसआई रहे, ने माफी मांगी। इसके बाद विकास को छोड़ा गया। उनका कहना है कि खिलाड़ी अब झूठी शिकायत कर रहा है।