वाराणसी, 21 नवंबर 2024, गुरुवार। वाराणसी में छुट्टा पशुओं की समस्या को हल करने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। यदि पशु खुले में घूमते पाए गए, तो उनके मालिकों पर जुर्माना लगाया जाएगा और एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.पी. पाठक के अनुसार, जिले में छुट्टा पशुओं को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में 2 कैटिल कैचर और नगरीय क्षेत्र में 9 कैटिल कैचर की मदद से पशुओं को पकड़ा जा रहा है। अब तक 432 छुट्टा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में भेजा गया है।
नगरीय क्षेत्र में 9 टीमें नियमित रूप से छुट्टा पशुओं को पकड़ने का कार्य कर रही हैं। निगरानी का कार्य पशु चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और नगर निगम के पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी कर रहे हैं। इसके साथ ही, लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने पशुओं को घर में रखें और उनकी देखभाल करें।
एक गोवंश अपने जीवनकाल में लगभग 1 लाख किलोग्राम गोबर उत्पन्न करता है, जिसका उपयोग प्राकृतिक खेती में किया जा सकता है। यह किसानों और पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। यह अभियान छुट्टा पशुओं की समस्या को नियंत्रित करने और प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।