रांची, 3 जनवरी 2025, शुक्रवार। रांची सदर के सीओ मुंशी राम को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने 37 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उनके कार्यालय से हुई है। इसके बाद एसीबी ने मुंशी राम के मोरहाबादी स्थित पुष्पांजलि अपार्टमेंट के फ्लैट में छापेमारी की, जहां से 11.42 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। इस पूरे मामले की शुरुआत एक शिकायतकर्ता की शिकायत से हुई थी। शिकायतकर्ता ने एसीबी रांची को बताया कि उनकी पत्नी के नाम से अपर चुटिया, सरदार गली भट्ठी टोली में एक जमीन है। इस जमीन के सीमांकन के लिए सीओ मुंशी राम ने दो बार फीस जमा कराई, लेकिन सीमांकन नहीं किया।
इसके बाद, मुंशी राम ने शिकायतकर्ता को मोबाइल फोन कर कॉल कर सिरमटोली चौक बुलाया और सीमांकन के एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी। अंततः, दोनों पक्ष 37 हजार रुपये में मामला तय हुआ। लेकिन, शिकायतकर्ता ने एसीबी में इसकी लिखित शिकायत कर दी, जिसके बाद एसीबी ने जांच की और मामले में केस दर्ज किया। एसीबी की जांच में शिकायत की पुष्टि होने के बाद मुंशी राम को गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी रांची में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़े कदम के रूप में देखी जा रही है।
सीओ मुंशी राम की गिरफ्तारी के बाद बड़ा एलान: डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा- आरोपी की संपत्ति की होगी जांच, भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए जारी किए जाएंगे हेल्पलाइन नंबर
सीओ मुंशी राम की गिरफ्तारी के बाद झारखंड पुलिस के डीजीपी सह एसीबी डीजी अनुराग गुप्ता ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि आरोपी सीओ की संपत्ति की जांच की जाएगी। अगर जांच में घोषित आय से अधिक की संपत्ति मिलती है, तो अलग से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला भी दर्ज किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में राज्य के सभी अंचल कार्यालयों के बाहर एसीबी हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा, ताकि लोग भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज करा सकें।