वाराणसी, 8 मई 2025, गुरुवार। वाराणसी के लोहता थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने ऊषा देवी की जिंदगी को तहस-नहस कर दिया। उनके पति भाईलाल पटेल की बीते 10 फरवरी की रात बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोप है कि गांव के ही असरफ अली, मुराद अली, रिजवान प्रधान और बदरुजमा ने चार अज्ञात साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को जलाने, अंगों को काटने और आंखें निकालने जैसी क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। शव को रिजवान प्रधान के घर के पीछे एक खेत में फेंक दिया गया।
ऊषा देवी ने लोहता पुलिस में तहरीर देकर चार नामजद और चार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन नामजद आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्याय की आस में दर-दर भटक रही ऊषा देवी की सुनवाई नहीं हो रही। हार न मानते हुए उन्होंने अपने अधिवक्ता विकास सिंह के साथ पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और एक प्रार्थना पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। उनकी मांग है कि नामजद आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।
यह मामला न केवल एक महिला की न्याय की लड़ाई को दर्शाता है, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाता है। ऊषा देवी की यह पुकार क्या रंग लाएगी? क्या उन्हें इंसाफ मिलेगा? यह सवाल अब वाराणसी की गलियों में गूंज रहा है।