बिहार, जमुई जिले का बूढ़ीखांड गांव, जो कभी साइबर क्राइम के लिए जाना जाता था, अब एक नई पहचान बना चुका है। इस गांव के युवक पुष्पेन्द्र कुमार अंशु ने गूगल में डाटा साइंटिस्ट की नौकरी हासिल की है, जो उनके लिए एक बड़ी सफलता है। आईआईटी खड़गपुर से पढ़ाई करने वाले पुष्पेन्द्र को यह नौकरी कैंपस प्लेसमेंट के दौरान 40 लाख रुपये के पैकेज पर मिली। पहले साइबर अपराधियों का अड्डा माना जाने वाला यह गांव अब तकनीकी क्षेत्र में सफलता की एक नई मिसाल प्रस्तुत कर रहा है।
पुष्पेन्द्र का परिवार झारखंड के देवघर जिले के जसीडीह में रहता है, जबकि उनकी शुरुआती पढ़ाई वहीं हुई थी। आईआईटी खड़गपुर में पढ़ाई के दौरान उन्होंने गूगल के कैंपस प्लेसमेंट में तीन राउंड की चयन प्रक्रिया पूरी की, जिसमें केवल छह छात्रों का चयन हुआ। उनका चयन गूगल जैसी बड़ी कंपनी में एक उपलब्धि है, और वे 2025 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद गूगल में जॉइन करेंगे।