वाराणसी, 20 सितंबर। पितृ पक्ष का महीना चल रहा है। पितृ पक्ष में पवित्र नदियों, कुंड एवं तालाबों में श्राद्ध किया जाता है। मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में पितरों की संतुष्टि के लिए तर्पण, पिंडदान, और ब्राह्मण भोजन के साथ ही पौधें भी लगाने चाहिए। शास्त्रों में भी बताए गए हैं कि शुभ पेड़-पौधों को पितृ पक्ष में लगाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इसी ध्येय को ध्यान में रखते हुए काशी के तुलसी घाट पर समाजसेवी टीएन बाजपेई के स्मृति में जागृति फाउंडेशन की ओर से पौधा वितरण किया गया। समारोह का शुभारंभ काशी हिंदू विश्वविद्यालय के राजनीतिक शास्त्र विभाग के प्रोफेसर एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व डीन प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्र ने लोगों में तुलसी का पौधा वितरण करके किया।
प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा ने कहा कि पितृपक्ष के पावन दिनों में पूर्वजों के स्मृति में कम से कम एक पौधा तो रोपण कर ही दीजिए और इस पौधे को पेड़ के रूप में विकसित कर अपने पूर्वजों का सम्मान करिए। मिश्र ने कहा कि पितृ पक्ष के महीनों में अपने पूर्वजों की इस स्मृती में जो भी बन सके करिए, इससे आपके पूर्वज खुश होंगे और आपको सुख समृद्धि का आशीर्वाद देंगे।
कार्यक्रम के संयोजक जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र ने कहा काशी को एक बार फिर से आनंद कानन वन बनाने के उद्देश्य को लेकर यह पौधा वितरण कार्यक्रम किया जा रहा है ताकि लोग जागरुक हो और कम से कम अपने पूर्वजों की स्मृति में ही एक पौधा रोपण जरूर करें। रामयश मिश्र ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारा शहर कंक्रीट के जंगल में तब्दील होता जा रहा है यही स्थिति रही तो काशी नगरी में एक भी पेड़ नहीं बचेगा इसके लिए हमको जागरूक होना पड़ेगा। पौधा वितरण कार्यक्रम में सुनील मिश्रा, प्रभु दत्त त्रिपाठी, अशोक पांडे, नारायण मिश्र, चुन्नू मिश्रा, हेमंत त्रिपाठी, हंडि गुरु का विशेष सहयोग रहा।