वाराणसी, 24 मई 2025, शनिवार: पवित्र नगरी काशी के मीरघाट पर शनिवार दोपहर एक दुखद हादसे ने पर्यटक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। पश्चिम बंगाल से आए 48 वर्षीय माधव मुखर्जी गंगा नदी में स्नान करते समय गहरे पानी में फिसलकर डूब गए। सूचना पर तुरंत हरकत में आई पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने स्थानीय गोताखोरों के साथ मिलकर शव बरामद किया, लेकिन तब तक माधव की सांसें थम चुकी थीं।
माधव मुखर्जी अपने परिवार के साथ काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए गुरुवार शाम वाराणसी पहुंचे थे। पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले के नूनी मोड निवासी माधव, पत्नी स्मृति, बेटे सौम्य और मौसेरे भाई सोमनाथ बनर्जी के साथ दशाश्वमेध घाट के पास एक गेस्ट हाउस में ठहरे थे। शनिवार को बादल छाए देख परिवार ने मीरघाट पर गंगा स्नान का मन बनाया। लेकिन, नियति को कुछ और ही मंजूर था। स्नान के दौरान माधव गहरे पानी में फिसल गए और देखते ही देखते लहरों में समा गए।
उनके डूबने की खबर से पत्नी और बेटे का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। दशाश्वमेध थाना पुलिस ने जल पुलिस और एनडीआरएफ की मदद से तलाश शुरू की और कुछ ही देर में माधव का शव बरामद कर लिया। शव देखकर परिजनों का गम फूट पड़ा।
यह हादसा न केवल माधव के परिवार के लिए, बल्कि काशी घूमने आए तमाम पर्यटकों के लिए एक दुखद स्मृति बन गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। गंगा के पवित्र तट पर हुई इस घटना ने एक बार फिर नदी में स्नान के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत को रेखांकित किया है।