वाराणसी, 19 जून 2025, गुरुवार। वाराणसी की पवित्र धरती पर एक नया इतिहास रचा गया है! जहाँ कभी मवेशियों की कटाई होती थी और श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बना बूचड़खाना था, वहाँ अब जीवन रक्षा का मंदिर खड़ा है। गुरुवार को पूर्व मंत्री व बीजेपी विधायक डा. नीलकंठ तिवारी ने 39 लाख रुपये की लागत से निर्मित इस आधुनिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भव्य लोकार्पण किया। इस स्वास्थ्य केंद्र को ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ का नाम दिया गया है, जो काशी की जनता के लिए स्वास्थ्य और सुविधा का प्रतीक बनेगा।
लोकार्पण से पहले 21 वैदिक ब्राह्मणों ने स्वस्तिक वाचन, वैदिक मंत्रों का पाठ और सुंदरकांड के साथ परिसर का शुद्धिकरण किया। मंत्रोच्चार के बीच विधायक ने फीता काटकर इस स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ किया। काशी विश्वनाथ मंदिर से महज 200 मीटर की दूरी पर, आदिविशेश्वर वार्ड दालमंडी में बने इस केंद्र का निर्माण विधायक निधि से मात्र एक साल में पूरा हुआ। 1300 वर्ग फीट में फैले इस भवन में दो ओपीडी (एक पुरुषों और एक महिलाओं के लिए), दवा वितरण केंद्र और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगी। जल्द ही यहाँ डिलीवरी की सुविधा भी शुरू होने वाली है, जो आसपास के मोहल्लों के लिए वरदान साबित होगी।
बूचड़खाने से स्वास्थ्य केंद्र तक का सफर
डा. नीलकंठ तिवारी ने बताया कि वर्षों से इस परिसर में अवैध बूचड़खाना चल रहा था, जो न केवल गायों के लिए खतरा था, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी असुविधा का कारण था। 2017 में इसे बंद करवाया गया और कोरोना काल में क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए इस स्थान पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया। विधायक ने सीएमओ के साथ परिसर का निरीक्षण किया और चिकित्सकों व कर्मचारियों की तैनाती के लिए तत्काल निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय लोगों को बूचड़खाने से मुक्ति और नए स्वास्थ्य केंद्र की सौगात के लिए बधाई भी दी।
यह आयुष्मान आरोग्य मंदिर न केवल स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बनेगा, बल्कि काशी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को भी नई दिशा देगा। यहाँ की जनता अब आसानी से गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा सकेगी, और यह परिवर्तन वाराणसी के विकास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ेगा।