चंदौली, 12 मई 2025, सोमवार। चंदौली के कुछमन रेलवे स्टेशन पर सोमवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। 35 वर्षीय पूजा राजभर, जो महज चार महीने पहले अपने पिता की जगह रेलवे में पोर्टर बनी थीं, ट्रेन की चपेट में आकर दुनिया छोड़ गईं। यह वही नौकरी थी, जो उन्हें मृतक आश्रित कोटे के तहत मिली थी, एक नया सपना, एक नई शुरुआत। लेकिन किसे पता था कि यह शुरुआत इतनी जल्दी एक त्रासदी में बदल जाएगी?
पूजा का जीवन मेहनत और जिम्मेदारी से भरा था। वह हर दिन कुछमन रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को सिग्नल दिखाती थीं, अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाती थीं। सोमवार को भी वह अपनी ड्यूटी पर थीं। दोपहर करीब एक बजे, एक ट्रेन को झंडी दिखाने के बाद वह दूसरी पटरी से लौट रही थीं। तभी एक मालगाड़ी ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। हादसा इतना भयानक था कि पूजा की मौके पर ही मौत हो गई।
इस खबर ने पूजा के परिवार को हिलाकर रख दिया। उनके पति वीरेंद्र राजभर, जो खुद रेलवे में ट्रेन पायलट हैं, और उनका डेढ़ साल का मासूम बेटा अब इस असहनीय दुख को झेल रहे हैं। पूजा न केवल एक मेहनती कर्मचारी थीं, बल्कि एक प्यारी मां और जीवनसाथी भी थीं। उनके जाने से परिवार में सन्नाटा पसर गया है।
हादसे की सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। लेकिन इस औपचारिकता से उस दर्द की गहराई कम नहीं होती, जो पूजा के परिवार और चाहने वालों के दिलों में छा गया है।