अमेठी, 21 जुलाई 2025: सावन के दूसरे सोमवार को भगवान भोलेनाथ के प्रति श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत नजारा अमेठी के श्री बूढ़े बाबा शंकर मंदिर में देखने को मिला। इस पावन अवसर पर हजारों कांवरियों ने मंदिर में जलाभिषेक कर अपनी मनोकामनाएं भोलेनाथ के चरणों में अर्पित कीं।
जामो कस्बे में स्थित इस प्राचीन मंदिर में सावन के दूसरे सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मान्यता है कि इस मंदिर के शिवलिंग पर लगातार पांच सोमवार जलाभिषेक करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है और मनवांछित फल मिलता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर की स्थापना रामायण काल में जामवंत द्वारा की गई थी।
मंदिर की महिमा और चमत्कारों की कथाएं भी श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय रहीं। कहा जाता है कि मंदिर पर कई बार मुस्लिम आक्रांताओं ने हमला किया, लेकिन शिवलिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। मान्यता है कि यदि शिवलिंग खंडित भी हो जाए, तो वह तुरंत अपने मूल स्वरूप में आ जाता है। इस चमत्कार के कारण मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है।
श्रद्धालुओं का कहना है कि सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना यहां पूर्ण होती है। एक कांवरिया रामप्रकाश ने बताया, “बूढ़े बाबा के दर्शन और जलाभिषेक से मन को शांति मिलती है। कोई भी भक्त यहां से खाली हाथ नहीं लौटता।” सावन के अलावा भी साल भर इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है।
मंदिर प्रशासन ने कांवरियों की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। सुरक्षा व्यवस्था और जलाभिषेक के लिए पृथक कतारों की व्यवस्था की गई थी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। सावन के इस पवित्र माह में बूढ़े बाबा शंकर मंदिर भक्ति और आस्था का केंद्र बना हुआ है।