वाराणसी, 5 मई 2025, सोमवार। वाराणसी के कैंटोनमेंट इलाके में रविवार देर रात उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक 18 साल का युवक, गोलू कुमार, एयरफोर्स के रिहायशी क्वार्टर की ऊंची दीवार लांघकर परिसर में दाखिल हो गया। गोलू, जो बिहार के सारण का रहने वाला है और सीएनजी ऑटो चलाता है, वाराणसी में घूमने आया था। लेकिन उसकी एक छोटी-सी शर्त ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया!
1000 रुपये की शर्त और दीवार का रोमांच
बात शुरू हुई एक दोस्त, प्रशांत कुमार, के साथ हंसी-मजाक से। गोलू ने प्रशांत से 1000 रुपये की शर्त लगाई कि वह एयरफोर्स कैंपस की दीवार फांद सकता है। बिना ज्यादा सोचे, गोलू ने रात के अंधेरे में यह करतब दिखाने की ठानी। लेकिन उसे क्या पता था कि उसका यह ‘रोमांच’ उसे कहां ले जाएगा!
जवानों की मुस्तैदी, CCTV की नजर
एयरफोर्स के जवान हमेशा की तरह चौकस थे। CCTV कैमरों और फ्लडलाइट्स की मदद से गोलू को दीवार फांदते ही देख लिया गया। पलक झपकते ही जवानों ने उसे दबोच लिया। परिसर में तुरंत सघन तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन कोई और संदिग्ध नहीं मिला। गोलू को तुरंत कैंट थाने ले जाया गया, जहां उससे गहन पूछताछ शुरू हुई।
शर्त थी या कुछ और?
पूछताछ में गोलू ने बताया कि यह सब सिर्फ एक शर्त का नतीजा था, और उसकी कोई गलत मंशा नहीं थी। लेकिन उसका कोई पहचान पत्र न होना और संवेदनशील इलाके में उसकी हरकत ने जांच एजेंसियों के कान खड़े कर दिए। IB, LIU और स्थानीय पुलिस अब हर कोण से मामले की तह तक जा रही है।
सुरक्षा पहले, सावधानी जरूरी
यह घटना भले ही एक शरारत का नतीजा हो, लेकिन यह हमें याद दिलाती है कि देश की सुरक्षा से जुड़े इलाकों में जरा-सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। एयरफोर्स के जवानों की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर उनकी सतर्कता को साबित किया। लेकिन सवाल यह है कि क्या एक शर्त का खेल इतना जोखिम उठाने लायक था?
फिलहाल गोलू हिरासत में है, और जांच जारी है। यह घटना हर किसी के लिए एक सबक है – सावधानी हटी, दुर्घटना घटी!