नई दिल्ली, 17 मार्च 2025, सोमवार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पॉडकास्ट में अपने जीवन और अनुभवों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि उनका परिवार गरीबी में रहता था, लेकिन उन्होंने कभी गरीबी का बोझ महसूस नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आरएसएस के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने उन्हें जीवन का उद्देश्य और संस्कार दिए हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने 100 साल में देश के लिए समर्पित भाव से काम किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरएसएस का मानना है कि देश ही सबकुछ है और जनसेवा ही प्रभुसेवा है। उन्होंने कहा कि सेवा भारती जैसे संगठन पूरे देश में सवा लाख सेवा प्रकल्प चला रहे हैं, जो कि बिना किसी सरकारी मदद के काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने वनवासी कल्याण आश्रम और विद्या भारती स्कूल का भी उल्लेख किया, जो कि जंगलों में 70 हजार एकल विद्यालय चला रहे हैं और करोड़ों बच्चों का भविष्य बदल रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि वे आशा करते हैं कि पाकिस्तान को सद्बुद्धि मिलेगी और वह शांति के रास्ते पर चलेगा।