सीएम फ्लाइंग की रेड से गुस्साए फतेहाबाद के लैबोरेट्री संचालक हड़ताल पर चले गए हैं। लैब संचालकों ने शहर के पपीहा पार्क के बाहर धरना लगा दिया है। धरने पर जिले भर से लैब संचालकों का आना शुरू हो चुका है।
धरने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लैब संचालकों ने कहा कि प्रदेश सरकार लैब में एमबीबीएस डॉक्टर रखने के लिए दबाव बना रही है। इसी के चलते सीएम फ्लाइंग द्वारा लगातार लैब पर छापेमारी की जा रही है। लैब संचालक एमबीबीएस डॉक्टर की सेवाएं लेने में असमर्थ हैं। डॉक्टर रखने पर सैंपलों की जांच के रेट बढ़ जाएंगे। इसका भार जनता की जेब पर पड़ेगा। लैब संचालक रणजीत सिंह व नरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के सभी 150 लैब संचालक धरनास्थल पर आगामी रणनीति बनाकर मजबूती से फैसला लेंगे ताकि उन्हें बेवजह परेशानी न झेलनी पड़े।
गौरतलब है कि मंगलवार शाम को बीघड़ रोड स्थित कन्हैया लैबोरेट्री पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने छापेमार की थी। उस दौरान लैब में पैथोलॉजिस्ट, माइक्रो बायोलॉजिस्ट, एमडी बायो कैमिस्ट्री या एमबीबीएस डॉक्टर में से कोई भी नहीं मिला। इस पर टीम ने लैब की मशीनें जब्त करने और लैबोरट्री को सील करने की कार्रवाई करने की बात कही। इस पर काफी हंगामा हो गया था। लैब संचालक से सूचना पाकर शहर के सभी लैबोरेट्री संचालक एकत्रित हो गए थे।
जजपा के प्रदेश संयोजक ने भी दिया समर्थनलैब संचालकों के धरने को जजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ.वीरेंद्र सिवाच ने भी अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को लैब संचालकों की मांगों के संबंध में जरूर सोचना चाहिए। वहीं, मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव सेतिया ने कहा कि लंबे समय से लैब तकनीशियन लैब चलाकर लोगों को फायदा दे रहें। मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा कर रखा है। मगर सरकार छापेमारी करवाकर बेवजह तंग कर रही है। इसको लेकर कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। सेतिया ने कहा कि मांगों को लेकर डीसी को ज्ञापन दिया जाएगा।